नई दिल्ली। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चीन में भारत के राजदूत ने कहा कि साल 2020 में चीन में मौजूद भारतीयों ने दोहरी चुनौतियों का सामना किया है- एक तरफ कोरोनावायरस महामारी और दूसरी तरफ चीन का आक्रामक रवैया। उन्होंने कहा कि भारतीय दोनों ही देशों में दोहरी चुनौतियों सामना कर रहे हैं और इन चुनौतियों से निपटने के लिए सभी का एकजुट होना बहुत जरूरी है। भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने उन परेशानियों के बारे में बात की जिनका सामना चीन में भारतीय प्रवासी कर रहे हैं।
उन्होंने बीजिंग सभा के इंडिया हाउस में भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि "जैसा कि आप सभी ने राष्ट्रपति (राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या) के संबोधन में सुना कि साल 2020 भारत के लिए बहुत असामान्य रहा है, जिसमें भारतीयों को दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इन चुनौतियों से निपटने के लिए हम सभी के प्रयास और बलिदान की जरूरत होगी।" उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वर्तमान में हम सब भारतीय जिन हालात का सामना कर रहे हैं, वह आजादी के संघर्ष के दौरान पैदा हुई स्थिति से अलग नहीं है।"
बता दें कि फरवरी में कोरोना महामारी सबसे पहले चीन में सामने आने के बाद चीन के वुहान में पढ़ाई और काम करने वाले सैकड़ों लोगों की वापसी में विक्रम मिने भी सहायता की थी। चीन में भारतीय राजदूत के तौर पर विक्रम मिने सीमा से जुड़े सवालों पर दोनों देशों की बातचीत को जारी रखने का प्रयास किया है। विक्रम मिने सीमा पर नई दिल्ली की स्थिति को लेकर बीजिंग में तैनात अन्य दूतावासों और राजनयिकों तक पहुंचने के अलावा, इस हफ्ते चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी और चीनी सशस्त्र बलों का प्रशासन देखने वाले केंद्रीय सैन्य आयोग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ दो अलग-अलग बैठकें की थीं।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के सेंट्रल कमेटी फॉरेन अफेयर्स कमीशन के कार्यालय के उप-निदेशक लियू जियानचाओ से मुलाकात के दो दिन बाद, मिने शुक्रवार को केंद्रीय सैन्य आयोग ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल मिलिट्री को-ऑपरेशन के डायरेक्टर मेजर जनरल सीआई गुवेई के साथ बैठक की। इस बैठक के जरिए विवादों के समाधान के लिए चीनी नेतृत्व तक पहुंचने का प्रयास किया गया है। मिने भारतीय प्रवासियों को सहायता के लिए आश्वस्त करते हुए कहा कि चीनी सरकार भी इस महामारी को रोकने के लिए जरूरी नीतियां बना रही है और हमें खुद को उन नीतियों के अनुकूल बनाना होगा।