मास्को। रूस कोरोना वायरस‘कोविड-19’ की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया पहला देश बन गया है। यह वैक्सीन अगले साल एक जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी। रूस का कहना है कि ‘स्पूतनिक वी’ के नाम से जानी जाने वाली कोरोना वैक्सीन सबसे पहले कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों को दी जायेगी। इसके बाद एक जनवरी 2021 से यह आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
स्पूतनिक वी को ‘गैम कोविड वैक’ के नाम से पंजीकारण प्राप्त हुआ है लेकिन रूस के पहले उपग्रह स्पूतनिक की लोकप्रियता को देखते हुए इसे स्पूतनिक वी के नाम से वितरित किया जायेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यह ऐतिहासिक घोषणा की कि देश के गैमले रिसर्च इंस्टीट्यूट ने वैक्सीन का परीक्षण पूरा कर लिया है और वैक्सीन का पंजीकरण हो गया है। उन्होंने साथ ही यह भी खुलासा किया कि उनकी एक पुत्री को भी यह टीका दिया गया है।
उन्होंने कहा,‘‘ मेरी बेटी ने वैक्सीन परीक्षण में हिस्सा लिया। वैक्सीन के पहले डोज के बाद उसका शारीरिक तापमान 38 डिग्री था और एक दिन बाद यह 37 डिग्री हो गया। दूसरे डोज के बाद तापमान हल्का सा बढ़ा और उसके बाद सब ठीक रहा। वह अच्छा महसूस कर रही है और उसमें एंटीबॉडी अच्छी मात्रा में हैं।’’
रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुरश्को ने बताया कि गैमले रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा विकसित स्पूतनिक वी को गैमले रिसर्च इंस्टीट्यूट और एएफके सिस्टेमा के दवा कारखाने में बनाया जायेगा। एएफके सिस्टेमा ने हर साल करीब 15 लाख वैक्सीन डोज बनाने की बात की है। रूस ने साथ ही पांच अन्य देशों के साथ अगले एक साल में 50 करोड़ वैक्सीन डोज उत्पादित करने के संबंध में समझौता किया है।