भोपाल। पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) भोपाल ने आज स्पष्ट करते हुए कहा है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भोपाल में न तो किसी वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा पत्रकारों से कोई बात की है और न ही पत्रकारों के जेल जाने संबंधी कोई वक्तव्य दिया है। पीआईबी भोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार आज यहां से प्रकाशित होने वाले एक अंग्रेजी समाचारपत्र में यह समाचार प्रकाशित हुआ है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भोपाल में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से कहा कि फेक न्यूज प्रसारित करने वाले फर्जी पत्रकारों को जेल जाना होगा।
विज्ञप्ति के अनुसार वस्तुस्थिति यह है कि मंत्री ने न तो किसी वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा पत्रकारों से कोई बात की है और ना ही ऐसा कोई वक्तव्य दिया है। उन्होंने दूरदर्शन समाचार भोपाल से विशेष चर्चा के दौरान मध्यप्रदेश में कोविड19 के रोकथाम के प्रयासों, भारत-चीन विवाद और अन्य विषयों पर बातचीत की थी। इस अवसर पर जावडेकर ने 'फेक न्यूज' के बारे में कहा था कि फेक न्यूज प्रसारित करना गलत और पूरी तरह से अस्वीकार्य है, जिसे रोका जाना जरूरी है।
फेक न्यूज के बारे में जनता को सही जानकारियां देने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों के क्रम में पीआईबी ने मुख्यालय स्तर पर पीआईबी 'फैक्टचेक यूनिट' की स्थापना की है और राज्यों में भी पीआईबी की फैक्टचेक यूनिट शुरू होने जा रही हैं। पीआईबी, भोपाल ने मीडिया से आग्रह किया है कि केंद्र सरकार से संबंधित किसी भी समाचार के बारे में किसी संशय की स्थिति होने पर पत्र सूचना कार्यालय, भोपाल से संपर्क कर उसका समाधान किया जा सकता है।