नई दिल्ली। सीमा पर चीन से चल रहे तनाव के बीच वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने आज देशवासियों को भरोसा दिया कि वायुसेना किसी भी संकट से निपटने के लिए तैयार है गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प और LAC पर चल रही तनातनी के बारे में उन्होने कहा कि भारत का क्षेत्रीय वातावरण ऐसा है कि वायुसेना को हमेशा तैयार रहने की ज़रूरत है, जिससे शॉर्ट नोटिस पर किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहें।
एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया आज हैदराबाद के करीब डिंडीगुल स्थित एयरफोर्स एकेडमी में नए कैडेट ऑफिसर्स को संबोधित कर रहे थे शनिवार को वायुसेना की कम्बाइेंड ग्रेजुऐशन परेड थी, जिसमें नए अधिकारी एयरफोर्स में शामिल हुए थे। वायुसेना प्रमुख ने यहां तक कहा कि सैन्य सहमतियों के बावजूद चीन की अस्वीकार्य कार्रवाई और उसके कारण हुए मानव जीवन नुकसान के बाद भी हम प्रयासरत हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सके. लेकिन यह स्पष्ट होना चाहिए कि किसी भी संकट से निपटने के लिए तैयार भी हैं और पर्याप्त रूप से तैनात भी हैं।
उन्होनें कहा, "मैं देश को भरोसा दिलाना चाहूँगा कि हम अपनी ज़िम्मीदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम गलवान के जांबाज़ों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे। गौरतलब है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले डेढ़ महीने से चल रही तनातनी के बाद से ही वायुसेना पूरी तरह अलर्ट है. वायु सेना के सभी फ्रंट लाइन एयरबेस हाई अलर्ट पर हैं. लेह, श्रीनगर, आदमपुर, हलवारा, भटिंडा और अंबाला एयरबेस से लगातार वायुसेना के फाइटर जेट्स चीन सीमा पर एयर कॉम्बेट पैट्रोल (सीएपी) कर रहे हैं।