नई दिल्ली। वित्त मंत्री सीतारमण ने आज कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दरों में की गयी कटौती का लाभ बैंकिंग क्षेत्र द्वारा ग्राहकों को दिये जाने पर सरकार निगरानी कर रही है। सीतारमण ने उद्योग संगठन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्यों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुये कहा कि सरकार हमेशा से संपदा निर्मिताओं की महत्ता को समक्षा है क्योंकि वे रोजगार के अवसर सृजित करते हैं और देश में सामाजिक आर्थिक विकास को बढ़वा देने में संसाधनों को अधिकतम उपयोग करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा मदद का हाथ आगे बढ़ाया है और एमएसएमई की भागीदारी को प्रमुखता दी है। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुये बैंकों के सहयोग से स्थिति की निगरानी की जा रही है ताकि सरकार द्वारा घोषित उपायों को जमीनी स्तर पर प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया जा सके और रेपो दर में की गयी कटौती का लाभ ग्राहकों को मिल सके।
वित्त मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित तीन लाख करोड़ रुपये के कोलेट्रल फ्री कारोबारी ऋण के तहत ऋण वितरण की करीब निगरानी की जा रही है। सरकार ने हमेशा न्यनूतम सरकार और अधिकतम गवर्नेस पर ध्यान केन्द्रित किया है और कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देकर उद्योग की समस्याओं की चुनौतियों को दूर करने की कोशिश की है। सीतारमण ने कहा कि एमएसएमई सहित सभी उद्योग के लिए मदद का हाथ बढ़ाया गया है।