समस्तीपुर। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारत मां के वीर सपूत अमन कुमार का शुक्रवार को समस्तीपुर जिले में गंगा नदी के घाट पर राजकीय एवं सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बिहार के समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर प्रखंड के सुलतानपुर स्थित गंगा नदी के घाट पर राजकीय एवं सैनिक सम्मान के साथ शहीद अमन की अंत्येष्टि की गयी।
शहीद के छोटे भाई रोहित कुमार ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर राज्य के योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, पुलिस अधीक्षक विकास वैभव, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा और बिहार रेजिमेंट के कमांडर ब्रिगेडियर जयसिंह बंसल समेत हजारों की संख्या में लोगों ने देश के सपूत अमन कुमार के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्वांजलि अर्पित की। सेना के जवानों ने शहीद अमन कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इस मौके पर योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि अमन की शहादत को सदैव याद रखा जायेगा। राज्य सरकार की ओर से 36 लाख रुपये की सहायता राशि और शहीद अमन के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी। इससे पूर्व शहीद अमन कुमार का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह उनके पैतृक गांव जिले के सुलतानपुर स्थित घर पहुंचा। सैनिक का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर पहुंचा पूरे गांव में मातम छा गया। बेटे को खोने का दर्द सीने में लिए शहीद अमन के पिता सुधीर कुमार सिंह ने भरी आंखों से कहा कि पुत्र के खोने का गम तो है लेकिन मेरे बेटे ने देश के लिए शहीद होकर गांव एवं परिवार का नाम रोशन किया है। अमन की शहादत बेकार नहीं जायेगी।