जयपुर। राजस्थान के सभी तैतीस जिलों में अपने पैर पसार चुकी वैश्विक महामारी कोरोना के मामले आठ हजार को पार कर चुके हैं लेकिन इनमें अब तक करीब पांच हजार मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और लगभग 4300 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी हैं। चिकित्सा विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 8158 पहुंच गई। इनमें 4855 मरीज ठीक हो चुके हैं और स्वस्थ हो चुके मरीजों में 4289 को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई हैं। ठीक हुए मरीजों में दो इटली के नागरिक एवं 61 ईरान से लाये लाये गये तथा 50 सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान भी शामिल हैं। इनमें स्वस्थ हो चुके बीएसएफ के आठ जवान अभी अस्पताल में भर्ती हैं जिन्हें शीघ्र छुट्टी मिलने की उम्मीद है।
राज्य में दो दिन पहले ही बूंदी जिले में भी कोरोना के दस्तक दे देने से सभी तैतीस जिलों में इस महामारी ने अपने पैर पसार लिये लेकिन बूंदी सहित सात जिले ऐसे हैं जहां इसके मामलों की संख्या बहुत कम हैं। इनमें बूंदी में दो, बांरा में आठ जिनमें चार स्वस्थ हो चुके, गंगानगर पांच, करौली में 12, जिनमें चार ठीक हो गये, प्रतापगढ़ में 13, जिनमें तीन स्वस्थ, सवाईमाधोपुर में 20, जिनमें 13 ठीक एवं हनुमानगढ में अब तक 24 मामले सामने आये जिनमें 14 स्वस्थ हो चुके हैं। सात अन्य जिलों में अभी संख्या सौ तक नहीं पहुंच पाई हैं। जिनमें दौसा एवं धौलपुर में 50-50 जिनमें दौसा में 35 एवं धौलपुर में 27 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इसी तरह अलवर में 53, जिनमें 45 ठीक, जैसलमेर में 68, जिनमें 44 ठीक, बांसवाड़ा में 85, जिनमें 74 ठीक बाड़मेर में 92, जिनमें तीस ठीक तथा चुरु में 96 मामलों में अब तक 53 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
हालांकि राजधानी जयपुर सहित 19 जिले ऐसे हैं जहां 103 से लेकर करीब दो हजार तक कोरोना मामले पहुंच गये हैं। जयपुर में अब तक 1921, जोधपुर में 1375, उदयपुर में 528, नागौर में 437, कोटा में 424, पाली में 413, डूंगरपुर में 333 एवं अजमेर 318 कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं तथा अन्य ग्यारह जिलों में इसके मरीजों की संख्या सौ से अधिक हैं। उल्लेखनीय है कि कारोना से प्रदेश में अब तक 182 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रदेश में अब तक कोरोना जांच के लिए तीन 65 हजार 556 नमूनें एकत्रित किये गये हैं जिनमें तीन लाख 51 हजार 861 की रिपोर्ट नकारात्मक मिली है जबकि 5537 की रिपोर्ट अभी आनी शेष हैं। राज्य में अब तक सामने आये कोरोना मामलों में 14 अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं।