फ्रांसीसी कार निर्माता रेनॉल्ट ने दुनिया भर में अपने कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है। कंपनी ने बताया है कि आने वाले कुछ दिनों में 15,000 कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है। एक आधिकारिक बयान में कंपनी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक कारोबार को तगड़ा नुकसान हुआ है। राजस्व घाटे को कम करने के लिए कंपनी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। रेनॉल्ट ने बताया है कि दुनिया भर में कंपनी के 1.80 लाख से अधिक कर्मचारी हैं। कंपनी महज 10 प्रतिशत कर्णचरियों की छंटनी कर रही है।
फ्रांस में रेनॉल्ट के 48,500 कर्मचारी हैं जिनमे 4,500 की छंटनी हो सकती है। रेनॉल्ट में फ्रांस सरकार की 15 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। इस साल के शुरुआत में ही कंपनी ने कारोबारी घाटे ही बात कही थी और कर्मचारियों की छंटनी कर के 200 करोड़ रुपये के कारोबारी घाटे को कम करने की बात कही थी। रेनॉल्ट ने दुनिया भर में अपने कई निर्माण संयंत्रों को बंद कर दिया है। कंपनी ने जापान की वाहन निर्माता निसान से व्यापारिक साझेदारी की है जिसके तहत दोनों कंपनियां एकजुट होकर कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
रेनॉल्ट ने हाल ही में अपनी नई कॉम्पैक्ट एसयूवी कार कैप्चर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेश कर दिया है। खबर है कि जल्द ही कंपनी भारत में भी इस कार को पेश कर सकती है। कंपनी ने भारत में रेनॉल्ट ट्राइबर एमपीवी के ऑटोमैटिक गियरबॉक्स वैरिएंट को लॉन्च कर दिया है। भारत में इसे इसे 6.18 लाख रुपये की कीमत पर लाया गया है, कंपनी ने इसकी कीमत मैन्युअल वैरिएंट के मुकाबले 40,000 रुपये अधिक रखी है। ट्राइबर में 1.0 लीटर, 3 सिलेंडर, टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 99 बीएचपी का पॉवर तथा 160 न्यूटन मीटर का टार्क प्रदान करती है। रेनॉल्ट ट्राइबर कंपनी की सबसे अधिक बिकने वाली मॉडल बन चुकी है तथा धीरे धीरे देश की लोकप्रिय कॉम्पैक्ट एमपीवी बन गयी है। इसलिए कंपनी ने इसे ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के विकल्प के साथ ला दिया है ताकि बिक्री में और भी बढ़त हो।