कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर लॉकडाऊन के दौरान देश के श्रमिक वर्ग, किसान समुदाय व मध्यम उद्योगों को कोई राहत न पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा सरकार उन वर्गों के आंसू पोंछने में नाकाम रही जो लॉकडाऊन से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए। बाली ने अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस नेतृत्व शुरू से केंद्र को चेतावनी दे रहा था लेकिन उसकी सुनी नहीं गई।
उन्होंने कहा कि लाखों प्रवासी मजदूरों को पैदल सैकड़ों किलोमीटर का पीड़ादायक सफर तय करना पड़ा और केंद्र सरकार ने उनकी तरफ से अपनी आंखें फेर लीं। बाली ने कहा कि लोग रेलवे प्लेटफार्म पर मरे, ट्रेनों में मरे, सड़कों पर मरे और यह शर्मनाक था। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने भोजन, दवाओं या परिवहन के अभाव में जान गंवा दी।
उन्होंने कहा कि अब भी इन्हें राहत देने के लिए तुरंत कदम उठाये जाने चाहिए और श्रमिकों की घर वापसी के लिए नि:शुल्क परिवहन, दवाओं, भोजन की व्यवस्था की जानी चाहिए। बाली ने इसीके साथ हिमाचल प्रदेश में सैनिटाइजर, दवाओं और निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) किट खरीद में कथित घोटालों पर अंकुश लगाने की मांग की क्योंकि उससे सरकारी खजाने को बड़ी चपत लग रही है।