देहरादून। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कर्नाटक में पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने पर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सामाजिक दूरी बनाते हुये सांकेतिक धरना दिया। देहरादून स्थित राज्य कार्यालय परिसर में उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक और द्वेषपूर्ण राजनीति का परिचायक है और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में केन्द्र सरकार अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से फर्जी मुकदमें दर्ज कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक देश के निवासी हैं और लोकतंत्र में विपक्ष को सवाल उठाने का पूरा अधिकार है।
गांधी द्वारा उठाये गये मामले का समर्थन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल किया कि जब ‘पीएम केयर्स फण्ड’ में पैसा आया है तो उस पैसे से कोरोना महामारी की त्रासदी झेल रहे गरीबों, किसानों एवं श्रमिकों की मदद क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम केयर्स फण्ड में आये पैसे का हिसाब जनता को पूछने का अधिकार है तथा सरकार को बताना चाहिए कि केन्द्र सरकार ने इस पैसे का क्या उपयोग किया? सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी शासित राज्य सरकारों द्वारा कोरोना महामारी में अपनी विफलताओं को छिपाने तथा अपने भ्रष्टाचार को दबाने के लिए जिस प्रकार की कार्रवाई की जा रही है वह भाजपा सरकारों के अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही रवैये को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के इस षड़यंत्र का कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट होकर डटकर मुकाबला करेंगे तथा हर स्तर पर जनता की आवाज को उठाने का काम करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, आर्येन्द्र शर्मा, पूर्व मंत्री शुरवीर सिंह सजवाण, हरिकृश्ण भट्ट, नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, गोदावरी थापली, पूर्व मंत्री अजय सिंह, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार सहित तमान नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।