नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि तबलीगी जमात की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बहाने पूरे मुस्लिम समुदाय पर दोषारोपण किया जा रहा है। इसके बहाने सामाजिक विद्वेष फैलाया जा रहा है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मीडिया के एक वर्ग पर पिछले माह तब्लीगी जमात के कार्यक्रम को ले कर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाया और उच्चतम न्यायलय का रुख कर केंद्र सरकार को दुष्प्रचार रोकने का निर्देश देने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद और उसके कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि तबलीगी जमात की दुर्भाग्यपूर्ण घटना का इस्तेमाल पूरे मुस्लिम समुदाय को दोष देने में किया जा रहा है। पिछले महीने निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में कम से कम 9,000 लोगों ने भाग लिया था।