नई दिल्ली। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों के इलाज में लगे डॉक्टर और दूसरे मेडिकल स्टाप के लिए प्रोटेक्शन किट जरूरी है। इसे पीपीई किट भी कहते हैं। बिहार में इसकी भारी कमी है। इस किट की कमी की वजह से पटना स्थित NMCH के डॉक्टरों ने पिछले दिनों राज्य सरकार को पत्र भी लिखा था। इस किट की कमी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में भी उठाया है।
ख़बर के मुताबिक़ बिहार की एक महिला डॉक्टर ने कार कवर से खुद के लिए और अपने डॉक्टर के लिए ये किट बना लिया है। खबर के मुताबिक़ बिहार के भागलपुर में स्थित JLNMCH अस्पताल की एक लेडी डॉक्टर डॉ. गीता रान ने एक टेलर मास्टर से कार के कवर से सुरक्षा किट बनवाया। डॉ. गीता ने इसे पहनकर इमरजेंसी में ड्यूटी की तथा ऑपरेशन भी किया।
डॉ. गीता ने बताया कि भागलपुर के बरारी एक दर्जी (सौकत टेलर मास्टर) को उन्होंने मोबाइल में यू-ट्यूब से सुरक्षा किट दिखाया। फिर उनसे कार के कवर से वैसा ही किट तैयार करने को कहा। यह किट पूरी तरह सुरक्षित कोरोना से बचाव करने में सक्षम है। इसे धो कर बार-बार उपयोग में भी लाया जा सकता है।
डॉ. गीता ने अपने इस किट की जानकारी ई-मेल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी दी है। उन्होंने ई-मेल में लोगों से छाता के उपयोग का भी सुझाव दिया है। उनके अनुसार लॉकडाउन में लोग घरों में ही रहें, लेकिन किसी जरूरी काम से निकलना ही पड़े तो छाता लेकर निकलें। छाता लगाने पर तीन फीट की दूरी खुद ही हो जाएगी।