चंडीगढ़। पंजाब में कोविड महामारी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये राज्य के तीन मैडीकल कॉलेजों के ट्रशरी केयर सैंटर तथा अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के इलाज की तैयारियाँ कर ली हैं। राज्य के तीन मैडीकल कॉलेजों के ट्रशरी केयर सैंटर और अस्पतालों में 1,360 बैड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित किए हैं, जिनमें से सरकारी मैडीकल कॉलेज पटियाला में 600 बैड और 40 वेंटिलेटर, सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर में 180 बैड और 35 वेंटिलेटर जबकि सरकारी मैडीकल कॉलेज फरीदकोट में 580 बैड और 26 वेंटिलेटर आरक्षित किए गए हैं।
राज्य के मैडीकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव डी.के. तिवाड़ी ने कल यहां बताया कि बाबा फरÞीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसेज को कोविड नियमावली तैयार करने का काम सौंपा गया है। यह नियमावली संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान अपनाई जाने वाले नियमों पर प्रकाश डालेगी।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को प्रतिदिन बीमारी का अध्ययन करने का भी काम दिया गया है। सभी ट्रशरी केयर सेंटरों में जरूरत के अनुसार अपेक्षित साजो-सामान वेंटिलेटर, पी.पी.ई. किट, एन 95 मास्क पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं इसके अलावा विशेषज्ञ और प्रशिक्षार्थी भी मौजूद हैं। हरेक कॉलेज ने 24 घटों के लिए ड्यूटी रोस्टर लागू किये हैं तथा इन रोस्टरों में मेडिसिन, ऐनेस्थिसिया और फेफड़ों सम्बन्धी डॉक्टरों को भी शामिल किया गया है।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार ने आने वाले दिनों में कोविड-19 के बढ़ते संकट से निपटने की तैयारियों में लाई है। स्वास्थ्य विभाग को इस महामारी से प्रभावित स्थानों वाले सभी जिÞलों में लोगों की साँस संबंधी गंभीर बीमारी (एस.ए.आर.आई.) का टैस्ट करने के लिए मोबाइल टेरिंग वैनें चलाने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अगले कुछ दिनों में आइसोलेशन बैड पांच हजार तक बढ़ाने के लिए की हिदायतें दीं ताकि ऐसे हालात से निपटा जा सके।