पेरिस। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस में मौजूदगी के दौरान भारत को आरबी 001 पहला राफेल विमान अधिकारिक तौर पर भारत को सौंप दिया गया है। रक्षा मंत्री ने राफेल विमान में उड़ान भी भरी। उससे पहले फ्रांस में कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह समारोह वास्तव में भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह समारोह भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की गहराई को दर्शाता है।
उन्होनें कहा कि शुरुआत में मैं स्वर्गीय राष्ट्रपति जैक्स चिरक को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जो वास्तव में वैश्विक राजनेता हैं और भारत के मित्र हैं- जिन्होंने भारत-फ्रांस स्टार्टअप पार्टनरशिप की स्थापना और निर्माण में हमारे दिवंगत प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ एक निर्णायक भूमिका निभाई। रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि दो महत्वपूर्ण और बड़े लोकतंत्रों के बीच मजबूत सहयोग वैश्विक शांति, समृद्धि और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए विकसित और योगदान करना जारी रहेगा।
रक्षा मंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों से मुलाकात भी की तथा दोनों देशों के रक्षा एवं रणनीतिक संबंधों को और मजबूत बनाने के बारे में चर्चा की। भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू जेट की खरीद की है। फ्रांस द्वारा पहले राफेल को आधिकारिक रूप से सौंपे जाने के कार्यक्रम के तहत सिंह सोमवार को फ्रांस आए। फ्रांस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में उनसे मुलाकात के दौरान सिंह ने फ्रांस को भारत का ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ बताया।
रक्षा मंत्रालय ने इस मुलाकात को ‘‘बहुत गर्मजोशी से भरी और फलदायी’’ बताया। बैठक करीब 35 मिनट चली। इसके बाद मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया, ‘‘यह बैठक दर्शाती है कि भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय साझेदारी कितनी गहरी है, खासकर रक्षा क्षेत्र में और हाल के वर्षों में यह उल्लेखनीय रूप से सुदृढ़ हुई है। दोनों नेताओं ने इन संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने का संकल्प लिया।’’ इसमें कहा गया, ‘‘दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाने और मेक इन इंडिया पहल को समर्थन देने के लिए सिंह ने राष्ट्रपति मैक्रों का आभार व्यक्त किया।’’