मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विभिन्न स्तरों पर आरोपों-प्रत्यारोपों और आलोचनाओं के बीच रविवार को आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए कहा कि वह सभी तरह के राजनीतिक झंझावतों का सामना करेंगे तथा कोरोना के खिलाफ लड़ाई तेज करेंगे।
ठाकरे ने टेलीविजन पर सार्वजनिक संबोधन में कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में हमने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में काफी काम किया है। हम राजनीतिक संकट से भी निपटेंगे।’’ उन्होंने जोर दिया कि राज्य में प्राकृतिक अथवा राजनीतिक किसी भी तरह का संकट आया है , सरकार ने उसके खिलाफ मोर्चा लिया है।
इस बीच राज्य में मराठा समुदाय को नौकरी अथवा कालेजों में दाखिले के लिए आरक्षण को बॉम्बे उच्च न्यायालय की मंजूरी को उच्चतम न्यायालय की ओर से खारिज कर दिये जाने के मुद्दे पर ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपके न्याय के लिए लड़ेंगे। पिछली सरकार में भी, सभी चार दलों ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की दिशा में काम किया था। हम इसके लिए फिर लड़ेंगे, लेकिन मैं यह भी अपील करता हूं कि कोरोना संकट से जूझ रहे लोगों को अभी सड़कों पर नहीं उतरना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के हमलों से जूझ रही महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना तथा अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच पिछले सप्ताह से वाक-युद्ध की स्थिति है। कंगना ने मुंबई में अपने कार्यालय को ध्वस्त किये जाने की कार्रवाई के लिए शिवसेना और मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है और ट्विटर पर वीडियो पोस्ट के जरिए श्री ठाकरे पर निशाना साधा है।