छिंदवाड़ा। एमपी के अमरवाड़ा विधानसभा उप चुनाव की काउंटिंग में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की मतगणना की शुरुआत में आगे रही फिर कांग्रेस लीड कर रही थी अचानक भाजपा 18वें राउंड के बाद आगे हो गई। दो ईवीएम खराब हुई है, मतगड़ना रोकी गई थी। चुनाव रिजल्ट की घोषणा रोकने ने नाराज कांग्रेस समर्थकों ने एसडीएम को घेरा। फिर गणना शुरू हुई। बीजेपी 3000 वोट अमरवाड़ा उप चुनाव जीत गई है, भाजपा की जीत की आधिकारिक घोषणा बाकी है। 17 राउंड तक कांग्रेस प्रत्याशी की लीड बरकरार रही।
कमलेश शाह तीन बार के विधायक हैं और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद उपचुनाव हैं। हर्रई महल से वो ताल्लुक रखते हैं, लिहाजा चुनाव में महल की प्रतिष्ठा जुड़ी है। वहीं आंचलकुंड धाम के सेवादार के बेटे और सोसायटी में सेल्समैन के पद से इस्तीफा देकर धीरन शाह कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे थे। भारतीय गोंडवाना पार्टी से देवीराम भलावी मैदान में रहे। पिछले चुनाव में उन्हें 15 हजार से अधिक मत मिले थे, लिहाजा चुनाव त्रिकोणीय रहा।
विधानसभा उपचुनाव में 79.74 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो बीते लोकसभा चुनाव से 4 और बीते विधानसभा चुनाव से 9 प्रतिशत कम था, लेकिन बारिश और बोनी का सीजन होने के कारण ये मतदान प्रतिशत कम नहीं कहा जा सकता। भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा की ओर से सीएम मोहन यादव, मंत्री संपतिया उइके, प्रहलाद पटेल सांसद विवेक बंटी साहू, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, भाजपा जिला अध्यक्ष शसमेत आधा दर्जन नेताओं ने चुनाव प्रचार की कमान संभाले रखी थी। मोहन यादव ने तीन बार क्षेत्र का दौरा किया। वहीं संपतिया उइके तो अमरवाड़ा में ही डेरा डाले रहीं। वहीं संगठन से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, हितानंद शर्मा और तमाम नेता लगातार प्रचार में जुटे रहे।
लोकसभा चुनाव में पूर्व सीएम कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद एक बार फिर कमल नाथ और नकुल नाथ ने अमरवाड़ा में चुनाव प्रचार किया। वहीं दूसरी ओर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, पूर्व विधायक सुखदेव पांसे और कई आदिवासी विधायकों ने क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था।भाजपा 3000 वोट से जीती अमरवाड़ा उप चुनाव, समर्थकों में उत्साह
छिंदवाड़ा। एमपी के अमरवाड़ा विधानसभा उप चुनाव की काउंटिंग में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की मतगणना की शुरुआत में आगे रही फिर कांग्रेस लीड कर रही थी अचानक भाजपा 18वें राउंड के बाद आगे हो गई। दो ईवीएम खराब हुई है, मतगड़ना रोकी गई थी। चुनाव रिजल्ट की घोषणा रोकने ने नाराज कांग्रेस समर्थकों ने एसडीएम को घेरा। फिर गणना शुरू हुई। बीजेपी 3000 वोट अमरवाड़ा उप चुनाव जीत गई है, भाजपा की जीत की आधिकारिक घोषणा बाकी है। 17 राउंड तक कांग्रेस प्रत्याशी की लीड बरकरार रही।
कमलेश शाह तीन बार के विधायक हैं और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद उपचुनाव हैं। हर्रई महल से वो ताल्लुक रखते हैं, लिहाजा चुनाव में महल की प्रतिष्ठा जुड़ी है। वहीं आंचलकुंड धाम के सेवादार के बेटे और सोसायटी में सेल्समैन के पद से इस्तीफा देकर धीरन शाह कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे थे। भारतीय गोंडवाना पार्टी से देवीराम भलावी मैदान में रहे। पिछले चुनाव में उन्हें 15 हजार से अधिक मत मिले थे, लिहाजा चुनाव त्रिकोणीय रहा।
विधानसभा उपचुनाव में 79.74 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो बीते लोकसभा चुनाव से 4 और बीते विधानसभा चुनाव से 9 प्रतिशत कम था, लेकिन बारिश और बोनी का सीजन होने के कारण ये मतदान प्रतिशत कम नहीं कहा जा सकता। भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा की ओर से सीएम मोहन यादव, मंत्री संपतिया उइके, प्रहलाद पटेल सांसद विवेक बंटी साहू, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, भाजपा जिला अध्यक्ष शसमेत आधा दर्जन नेताओं ने चुनाव प्रचार की कमान संभाले रखी थी। मोहन यादव ने तीन बार क्षेत्र का दौरा किया। वहीं संपतिया उइके तो अमरवाड़ा में ही डेरा डाले रहीं। वहीं संगठन से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, हितानंद शर्मा और तमाम नेता लगातार प्रचार में जुटे रहे।
लोकसभा चुनाव में पूर्व सीएम कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ को हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद एक बार फिर कमल नाथ और नकुल नाथ ने अमरवाड़ा में चुनाव प्रचार किया। वहीं दूसरी ओर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, पूर्व विधायक सुखदेव पांसे और कई आदिवासी विधायकों ने क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था।