19 Apr 2024, 21:18:09 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
State

उपचुनावों में अब जोर पकड़ रहा है प्रचार अभियान, CM शिवराज सहित कई नेताओं के चुनावी दौरे

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Oct 23 2021 12:07PM | Updated Date: Oct 23 2021 12:07PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

भोपाल। MP के खंडवा संसदीय और तीन विधानसभा उपचुनावों रैगांव, जोबट और पृथ्वीपुर के लिए सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस का प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। BJP की ओर से स्टार प्रचारक के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा लगातार चुनावी दौरे कर जनसभाएं ले रहे हैं। अब वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल की भी चुनावी सभाएं होने लगी हैं। आने वाले दिनों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और अन्य BJP नेता भी चुनावी सभाएं लेंगे। 

हालाकि राज्य सरकार के मंत्री, दर्जनों वरिष्ठ पदाधिकारी और हजारों समर्पित कार्यकर्ताओं ने मैदान में पहले से ही मोर्चा संभाला हुआ है। प्रदेश उपचुनाव प्रबंध समिति के संयोजक एवं राज्य सरकार के नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह भोपाल में ही अपनी टीम के साथ दिन भर की गतिविधियों पर नजर रखकर नेताओं के चुनावी दौरे और अन्य कार्यक्रम तय कर रहे हैं। प्रदेश संगठन भी पूरी तरह से चौकस नजर आ रहा है और इस बार वह पिछले दिनों दमोह विधानसभा उपचुनाव में पराजय से सबक लेते हुए कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहता है। BJP की ओर से मुख्यमंत्री औसतन तीन चार सभाएं प्रतिदिन कर रहे हैं। इसके अलावा वे ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में जनसंपर्क से भी नहीं चूक रहे हैं। चौहान ने कल पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र के दिगौड़ा और बछोड़ा में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के बाद देर शाम तक गरारकीखिरक गांव में जनसंपर्क किया। ग्रामीणों ने यहां पर उनका पुष्प वर्षा और दीप प्रज्जवलित कर स्वागत किया। उन्होंने रात्रिविश्राम भी वहीं पर किया और आज सुबह फिर जनसंपर्क के बाद वे भोपाल लौटे हैं। चौहान यहां दिन में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत लगभग 77 लाख किसानों के खातों में 1570 करोड़ रुपए की राशि अंतरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद खंडवा संसदीय क्षेत्र में रवाना हो जाएंगे। इस दौरान वे जावर, धूलकोट, देड़तलाई, बुरहानपुर में चुनावी सभाएं लेंगे। वे रात्रिविश्राम बुरहानपुर में करेंगे। 
 
केंद्रीय मंत्री सिंधिया रविवार को खंडवा संसदीय क्षेत्र में तीन सभाएं संबोधित करेंगे। श्री विजयवर्गीय ने खंडवा के खकनार में कल चुनावी सभा को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कल ही सतना जिले के रैगांव विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में चुनावी सभाएं लीं। वे आज भी इसी क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे। आज BJP की सचिव एवं प्रदेश प्रभारी पंकजा मुंडे मांधाता और भीकनगांव में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगी। वरिष्ठ नेता उमा भारती 23 और 24 अक्टूबर को पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में कई सभाएं संबोधित करेंगी। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चुनावी सभाएं ले रहे हैं। वे आज रैगांव विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी कल्पना वर्मा के समर्थन में दो सभाएं शिवराजपुर और भरजुना में संबोधित करेंगे। वे खंडवा संसदीय क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सभाएं ले चुके हैं। उनके साथ वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा भी अक्सर दिखायी दे जाते हैं। 
 
वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह 24 अक्टूबर को खंडवा संसदीय क्षेत्र में तीन सभाएं लेंगे। इस संसदीय क्षेत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री मुकेश नायक और राजकुमार पटेल पहले से ही सक्रिय हैं। जोबट विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया का परिवार सक्रिय है। खासतौर से उनके पुत्र डॉ विक्रांत भूरिया भी प्रचार में लगे हुए हैं। पृथ्वीपुर में कांग्रेस के दिवंगत नेता बृजेंद्र सिंह राठौर का परिवार चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए है। रैगांव में पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ नेता अजय सिंह भी सक्रिय हैं। वहां पर कांग्रेस प्रत्याशी सुश्री वर्मा उनकी समर्थक बतायी गयी हैं।  चारों उपचुनाव क्षेत्रों में 28 अक्टूबर को चुनाव प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। इसके मद्देनजर दोनों ही दल अपनी पूरी ताकत लगाने का प्रयास कर रहे हैं और शीघ्र ही चुनाव प्रचार चरम पर पहुंचने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में मतदान 30 अक्टूबर को और मतगणना 02 नवंबर को होगी। सत्तारूढ़ दल भाजपा ने कुछ माह पहले हुए एकसाथ 28 विधानसभा उपचुनावों में से 19 में विजय हासिल की थी और 08 पर कांग्रेस को संतोष करना पड़ा था। लेकिन इसके बाद हुए दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की पराजय के कारण काफी किरकिरी हुयी थी। इसी वजह से भाजपा सरकार और संगठन अब इन उपचुनावों को हल्के में लेते हुए नजर नहीं आ रही है। दूसरी ओर कांग्रेस में प्रत्याशी ही मुख्य रूप से अपने बूते पर चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »