भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। आधिकारिक जानकारी के अनुसार चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिए जाने तथा कुशल प्रवासी मजदूरों को उनके कौशल के अनुसार रोजगार दिलवाए जाने के लिए रोजगार सेतु अभियान के अंतर्गत अभी तक प्रदेश के 13 लाख 67 हजार प्रवासी मजदूरों की मैंिपग कर ली गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा किा सारी/आई.एल.आई मरीजों का सर्वे किया जाए तथा फीवर क्लीनिक को सुदृढ़ करें। हमें किसी भी हाल में प्रदेश में कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकना है। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला उपस्थित थे। चौहान ने कहा कि लोगों को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है कि वे बीमारी को छुपाएं नहीं, तुरंत अस्पताल आकर इलाज लें। विलंब से अस्पताल पहुंचने पर कोरोना घातक हो सकता है।
रतलाम जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां 2 कोरोना मरीजों के काफी देर से अस्पताल आने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। बताया गया कि रतलाम में एक ताबीज बेचने वाला पॉजीटिव आया है, जो लोगों को कोरोना से बचाने के लिए ताबीज बेचता था। उसकी पूरी कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करने के निर्देश दिए गए। भिंड जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां कोरोना के 84 मरीजों में 51 एक्टिव मरीज है। रिकवरी रेट अच्छी है, परन्तु नए केस आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए सभी उपाय किए जाएं। राजगढ़ जिले में 20 मरीजों में से 11 एक्टिव हैं।
वहां 3 मृत्यु हुई है। राजगढ़ सी.एम.एच.ओ को हटाने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की कोरोना रिकवरी रेट 66.2 प्रतिशत हो गई है, जबकि देश की रिकवरी रेट 47.8 प्रतिशत है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 4.68 प्रतिशत है, जबकि देश की 5.24 है। गेहूँ उपार्जन की समीक्षा में बताया गया कि इंदौर, उज्जैन, भोपाल एवं देवास के खरीदी केन्द्रों पर खरीदी चल रही है।
अभी तक 127 लाख एम.टी से अधिक गेहूँ 15 लाख 70 हजार किसानों से खरीदा जा चुका है। एसीएस मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष दोगुना से अधिक मजदूरों को कार्य दिया जा चुका है। इस वर्ष 24 लाख 95 हजार 962 मजदूरों को कार्य दिया गया है जबकि गत वर्ष 11 लाख 98 हजार मजदूरों को इस अवधि तक कार्य दिया गया था।