भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक रोज वार्डों में जाएं तथा मरीजों को सर्वोत्तम इलाज दें। इलाज में थोड़ी भी लापरवाही अथवा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल को आदर्श अस्पताल होना चाहिए, परन्तु वहां मृत्यु दर अधिक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें हमीदिया में होने वाले इलाज की रोज रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। राज्य से बाहर आने जाने के लिए ऑटो जनरेटेड ई-पास लिए जा सकेंगे। चौहान ने गेहूँ उपार्जन में प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला सहित पूरी टीम की सराहना की तथा बधाई दी। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधितों को पुरस्कृत किया जाएगा। कोविड संकट के दौरान प्रदेश में गेहूँ उपार्जन में अद्भुत कार्य हुआ है। इस अवसर पर सागर जिले की समीक्षा के दौरान चौहान ने सागर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं सुधरवाने के निर्देश दिए। मरीजों को अन्यत्र रैफर किए जाना ठीक नहीं है।
बुरहानपुर जिले की समीक्षा में बताया गया कि वहां रिकवरी रेट काफी अच्छी 67 प्रतिशत है। वहां 297 पॉजिटिव प्रकरणों में से 200 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। बुरहानुपर में वर्तमान में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 82 है। जिले में फीवर क्लीनिक भी अच्छा कार्य कर रहे हैं। सी.एच.एल. अपोलो अस्पताल में संक्रमण फैलने के मामले में चौहान ने कहा कि अस्पताल में संक्रमण फैलना घोर लापरवाही है, अस्पताल को नोटिस दिया जाए।
नीमच जिले में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर उन्होंने निर्देश दिए है कि नीमच जिले पर विशेष ध्यान दिया जाए। सर्वे बढ़ाया जाए, कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जाए, टैसिंटग बढ़ाई जाए। नीमच जिले की पॉजिटिव होने की रेट 40 प्रतिशत है। एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 59 अस्पताल एम्पैनल्ड हो गए हैं, यहां मरीजों को इस योजना के तहत इलाज की सुविधा मिलेगी।