ब्यूनस आयर्स। ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना के खिलाफ आगामी 11 और 12 अप्रैल को एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबले खेलने गुरुवार देर रात अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स पहुंचे भारत के अनुभवी डिफेंडर और ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह इस दौरे को लेकर न केवल उत्साहित हैं, बल्कि काफी राहत महसूस कर रहे हैं। 2019 के बेल्जियम दौरे के बाद से रुपिंदर का यह पहला विदेशी दौरा है। वह फरवरी 2021 में भी चोट के कारण यूरोप दौरे पर नहीं जा पाए थे।
रुपिंदर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'मैं ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना के खिलाफ खेलने के लिए बहुत ज्यादा उत्साहित हूं। प्रतिस्पर्धी हॉकी से यह काफी लंबा ब्रेक था। मेरा आखिरी विदेश दौरा सितंबर 2019 में था, जब हम बेल्जियम के एंटवर्प में बेल्जियम के खिलाफ खेले थे। दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैंने भारत का पिछला यूरोप दौरा भी मिस कर दिया। मैंने सच में कड़ी मेहनत की थी और जर्मनी और ब्रिटेन के खिलाफ खेलना चाह रहा था, लेकिन टीम के रवाना होने से एक सप्ताह पहले मुझे हैमस्ट्रिंग की चोट लग गई। व्यक्तिरूप से यह मेरे लिए बहुत निराशाजनक था।' गत वर्ष एफआईएच हॉकी प्रो लीग के छह मुकाबलों में कुल पांच गोल कर रुपिंदर ने टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। मौजूदा अर्जेंटीना के दौरे पर भी रुपिंदर अपनी पुरानी फॉर्म बरकरार रखना चाहेंगे।
रुपिंदर ने कहा, 'पिछले साल मैं अच्छी स्थिति में था। अब अर्जेंटीना के खिलाफ भी लय को बरकरार रखना ही उद्देश्य होगा। यह जरूरी है कि सामान्य हॉकी खेली जाए, क्योंकि प्रमुख कोच के रूप में ग्राहम रीड ने हमेशा हमसे ज्यादा अटपटी चीजें न करके सिर्फ साधारण हॉकी खेलने के लिए ही कहा है, इसलिए हमारा पूरा ध्यान मजबूत डिफेंस, मैदान पर अच्छे संपर्क और समन्वय जैसी आधारभूत बातों पर ही होगा।' उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम इस 16 दिवसीय दौरे पर अर्जेंटीना के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को लगातार एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबले खेलेगी, जबकि इससे पहले छह और सात अप्रैल को दो अभ्यास मैचों में वह मेजबान टीम से भिड़ेगी।