नई दिल्ली। हॉकी इंडिया न्यूनतम एफआईएच लेवल ‘1’कोच का प्रमाणपत्र रखने वाले शीर्ष स्तर के भारतीय कोचों के लिए विशेष ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित कर रहा है। हॉकी इंडिया इन कार्यशालाओं को जुलाई से अगस्त तक ऑनलाइन आयोजित कर रहा है और इसका उद्देश्य भारतीय कोच के ज्ञान और कौशल को बढ़ाना है। इस दौरान छह विदेशी कोच/विशेषज्ञ 90 से अधिक भारतीय कोचों को ऑनलाइन प्रशिक्षित करेंगे। कार्यशाला का पहला सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ और इसमें शामिल हुये भारतीय कोचों ने इसे लेकर अच्छी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच पीयूष कुमार दुबे का मानना है कि इस तरह के कार्याशालाओं से कोचिंग संरचना जमीनी स्तर से मजबूत होगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह हम सभी के लिए हाई प्रोफाइल कोच की निगरानी में काम करने और तकनीकी एवं अन्य आवश्यक जानकारी प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है।
हरियाणा से कोच नेहा ने कहा कि शीर्ष स्तर के कोच के साथ नियमित रूप से जुड़े रहना वास्तव में संदेहों को दूर करने में मदद करता है। मध्य प्रदेश से कोच डॉ ब्रिज किशोर ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इस तरह की कार्यशालाएं वास्तव में मेरे लिए मददगार रही हैं क्योंकि इन्होंने मुझे कोचिंग के विभिन्न पहलुओं को समझने का अवसर दिया है। ये कार्यशालाएं हमें हमारे समय का सही इस्तेमाल कराने और खेल से जोड़े रखने वाले सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों में शामिल हो गई हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच एवं ऑनलाइन कार्यशाला में भारतीय कोच को प्रशिक्षित करने वाले सदस्यों में शामिल ग्राहम रीड ने युवा भारतीय कोचों की मदद करने का अवसर मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हॉकी इंडिया की एक बड़ी पहल है जिसका उद्देश्य देश के युवा कोचों के खाली समय को उपयोग में लाना और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी विकास की प्रक्रिया बाधित न हो और वे ऑलनाइन क्लास के माध्यम से भी लगातार सीखते रहें।