बेंगलुरु। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर वरुण कुमार ने कहा है कि वह भारतीय टीम में वापसी को लेकर उत्सुक हैं और अगले वर्ष होने वाले टोक्यो ओलम्पिक के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना चाहते हैं। वरुण ने कहा - चोट से उबरने के बाद मैंने जनवरी में शिविर में भाग लिया। मैं एक बार फिर एफआईएच हॉकी प्रो लीग के दौरान भारत की जर्सी पहनने के लिए बेकरार था और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 सदस्यीय दल में जगह बनाने में कामयाब रहा था। लेकिन कोरोना के कारण खेल गतिविधियां ठप्प हो गयीं।
वरुण ओलंपिक क्वालीफायर से ठीक पहले चोटिल हो गए थे और इसमें भाग नहीं ले सके थे। उन्होंने कहा, हमने ओलंपिक क्वालीफायर से पहले भुवनेश्वर में राष्ट्रीय शिविर में भाग लिया था और हम रुस के खिलाफ मैच के लिए तैयारी कर रहे थे। सब कुछ सही चल रहा था लेकिन मैच के 10 दिन पहले मुझे दाहिने हाथ में कुछ दिक्कत हुई और मैंने टीम के फिजियो डेविड मैक्डोनाल्ड से इस बारे में बात की। उन्होंने मुझे कुछ दिन इंतजार करने को कहा लेकिन दुर्भाग्य से मुझे टीम से बाहर होना पड़ा।
वर्ष 2016 में जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य वरुण ने कहा, यह वाकई मेरे लिए कठिन समय था क्योंकि पूरे साल हमने ओलंपिक में क्वालीफाइंग करने के बारे में सोचा था और जब यह समय आया तो मैं चोटिल होने के कारण इसमें भाग नहीं ले सका। लेकिन मुझे गर्व है कि टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं और इससे टीम के प्रदर्शन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। हमारी टीम ने ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
24 वर्षीय युवा डिफेंडर ने कहा, जो खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं उनका सपना होता है कि वह बड़े टूर्नामेंट में अपना योगदान दें। मुझे पता है कि क्वालीफायर्स के समय मैं टीम का सहयोग नहीं कर सका था लेकिन अब मेरा ध्यान टोक्यो ओलंपिक की टीम में जगह बनाने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर लगा है।