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आपातकाल में टीवी और रेडियो पर बैन कर दिए गए थे किशोर कुमार

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 3 2020 3:42PM | Updated Date: Aug 3 2020 3:42PM
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मुंबई। अपनी जादुई आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने वाले किशोर कुमार को वह दिन भी देखना पड़ा था जब वह आपातकाल के दौरान दूरदर्शन और रेडियो पर बैन कर दिये गये थे। हरदिल अजीज कलाकार किशोर कुमार कई बार विवादों का शिकार हुए। वर्ष 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल के दौरान दिल्ली में एक सांस्कृतिक आयोजन में उन्हें गाने का न्यौता मिला। 
 
किशोर ने पारिश्रमिक मांगा तो आकाशवाणी और दूरदर्शन पर उनके गायन को प्रतिबंधित कर दिया गया। कहा जाता है कि किशोर कुमार अपने नियमों के पक्के थे, वो जो सोच लेते थे वहीं करते थे। अपने इसी उसूल के चलते उन्हें ये समय देखना पड़ा। बताया जाता है कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस चाहती कि किशोर कुमार इंदिरा गांधी के लिए गाना गाएं, लेकिन किशोर ने इसके लिए मना कर दिया। यह बात कांग्रेस को नागवार गुजरी जिसके बाद किशोर कुमार के गानों पर करीब दो वर्षो तक बैन लगा दिया गया। 
 
मध्यप्रदेश के खंडवा में 04 अगस्त 1929 को मध्यवर्गीय बंगाली परिवार में अधिवक्ता कुंजी लाल गांगुली के घर जन्में आभास कुमार गांगुली उर्फ किशोर कुमार का रूझान बचपन से ही पिता के पेशे वकालत की तरफ न होकर संगीत की ओर था। महान अभिनेता एवं गायक के.एल.सहगल के गानों से प्रभावित किशोर कुमार उनकी ही तरह गायक बनना चाहते थे। सहगल से मिलने की चाह लिये किशोर कुमार 18 वर्ष की उम्र में मुंबई पहुंचे। लेकिन उनकी इच्छा पूरी नहीं हो पायी। उस समय तक उनके बड़े भाई अशोक कुमार बतौर अभिनेता अपनी पहचान बना चुके थे।
 
किशोर कुमार को बतौर गायक सबसे पहले वर्ष 1948 में बांम्बे टाकीज की फिल्म जिद्दी में सहगल के अंदाज मे ही अभिनेता देवानंद के लिये मरने की दुआएं क्यूं मांगू गाने का मौका मिला। बाद में वह देवानंद की आवाज भी कहलाये। फिल्म जिद्दी से जुड़ा एक रोचक तथ्य है, फिल्म की शुरूआत में ही उनकी लता मंगेशकर अनजाने में अनबन हो गई।
 
लता मंगेशकर ने इस घटना का जिक्र एक बार कुछ इस प्रकार किया था। बांबे टॉकीज की फिल्म ‘जिद्दी’ के गाने की रिकॉर्डिंग के लिए जब वे एक लोकल ट्रेन से सफर कर रही थी तो उन्होंने पाया कि एक शख्स भी उसी ट्रेन मे सफर कर रहा है। बाद में स्टूडियो जाने के लिए जब उन्होंने तांगा लिया तो देखा कि वह शख्स भी तांगा लेकर उसी ओर आ रहा है। लता ने कहा जब वह बांबे टॉकीज पहुंची तो उन्होंने देखा कि वह शख्स भी बांबे टॉकीज पहुंचा हुआ है। वे डर गईं कि उनका कोई पीछा कर रहा है इसको लेकर दोनों की अनबन हो गई। बाद में उन्हें पता चला कि वह शख्स किशोर कुमार हैं।
 
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