29 Mar 2024, 12:10:07 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

CM केजरीवाल: अगर Pizza घर पर डिलीवर किया जा सकता है तो राशन क्यों नहीं

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 6 2021 3:41PM | Updated Date: Jun 6 2021 4:37PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। Delhi Ration Door Step Delivery Scheme पर रोक के बाद  केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार में तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने इस मसले को लेकर सीधे PM  मोदी से बात करने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया, 'प्रधानमंत्री जी आज मैं बेहद व्यथित हूं और सीधे आपसे बात करना चाहता हूं। अगर मुझसे कोई भूल हो जाए तो मुझे माफ कर दीजिएगा।' CM ने कहा कि दिल्ली में अगले हफ्ते से घर का राशन पहुंचाने का काम शुरू होने वाला था। यानी अब किसी व्यक्ति को राशन के लिए धक्के नहीं खाने पड़ते बल्कि राशन उसके घर आ जाता इसके लिए सारी तैयारी हो चुकी थी और अगले हफ्ते से शुरू होने वाला था। यह क्रांतिकारी कदम होने वाला था और अचानक आपने 2 दिन पहले इसको रोक दिया।
 
पिछलें 75 साल से देश की जनता राशन माफिया से परेशान होती आई है। यह राशन माफिया बहुत ताकतवर है। आज से 17 साल पहले मैंने इस माफिया को ललकार ने की हिम्मत की थी उस समय मैं दिल्ली की झुग्गियों में एक NGO में काम करता था। CM केजरीवाल ने कहा कि उस समय हम पर 7 बार हमले हुए और हमारी एक बहन का गला भी काटा गया। तब हमने कसम खाई कि हम 1 दिन इस सिस्टम को ठीक करेंगे। राशन माफिया के तार बहुत ऊपर तक हैं। 75 साल में आज तक कोई सरकार इस माफिया को खत्म करने की हिम्मत नहीं कर पाई। दिल्ली में पहली बार एक सरकार आई है जिसने यह हिम्मत दिखाई है। अगर यह घर का राशन योजना लागू हो जाती तो यह राशन माफिया खत्म हो जाता। अगले हफ्ते से यह योजना लागू होने वाली थी और इस राशन माफिया ने इसको खारिज करवा दिया। यह कहा जा रहा है कि हमने केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी नहीं ली हमने एक बार नहीं बल्कि 5 बार आपकी मंजूरी ली है।
CM केजरीवाल ने बालें कि कानूनन हमें इस Scheme को लागू करने के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी की जरूरत नहीं है, इसे राज्य सरकार लागू करने के लिए सक्षम है। हम केंद्र सरकार के साथ टकराव नहीं चाहते थे, इसलिए 5 बार आपकी मंजूरी ली। मार्च महीने में आप की सरकार ने कुछ आपत्ति लगाई, हमने वह सारी आपत्ति दूर कर दी। आपने कहा कि इस योजना का नाम मुख्यमंत्री के नाम से नहीं रख सकते, तो हमने मुख्यमंत्री का नाम हटा दिया। जो भी आपत्ति आपने कि हमने सारी मान ली और उसके बाद भी आप कहते हैं कि हमने आपकी मंजूरी नहीं ली। बताइए कैसे मंजूरी ली जाती है? इस सबके बाद भी आपने यह योजना खारिज कर दी क्यों?
 
CM केजरीवाल ने कहा- अगर इस देश में Pizza, Burgur, Smartphone कपड़ों की होम डिलीवरी हो सकती है तो गरीबों के घरों में राशन की होम डिलीवरी क्यों नहीं होनी चाहिए? सारा देश जानना चाहता है आपने यह CM केजरीवाल ने खारिज क्यों की? आपने यह भी लिखा है की कोर्ट में केस चल रहा है इसलिए यह योजना खारिज की जा रही है। इस बात पर योजना कैसे खारिज हो सकती है? अगर आप राशन माफिया के साथ खड़े होंगे तो देश के गरीबों का क्या होगा? 20 लाख गरीब परिवारों की कौन सुनेगा?
 
HC में जो केस है इस योजना के बारे में उसमें केंद्र सरकार ने हमारी इस योजना पर कोई आपत्ति नहीं की है। ये कोरोना का कठिन समय है। मैं बहुत से ऐसे लोगों को जानता हूं जो संक्रमण होने के डर से राशन लेने नहीं जाते। इनमें से कई लोग कोरोना काल मे नौकरी भी खो चुके हैं। मुझे तो लगता है कि कोरोना काल में दिल्ली नहीं, पूरे देश में घर-घर राशन योजना लागू कर देनी चाहिए।
 
केंद्र सरकार के अफसर कह रहे हैं कि यह केंद्र सरकार की योजना है और इस योजना के लिए दिल्ली सरकार को क्रेडिट क्यों मिलना चाहिए। मैं यह काम क्रेडिट के लिए नहीं कर रहा। मेरा एक ही मकसद है किसी भी तरह गरीबों को पूरा राशन मिले। आप यह योजना लागू करवा दीजिए।। सारा क्रेडिट आपका, सारा श्रेय आपका। मैं खुद खड़ा होकर पूरी दुनिया से कहूंगा कि यह योजना मोदी जी ने लागू की है। यह राशन देश का राशन है। लोगों को लगने लगा है कि इतनी मुसीबत के समय में भी केंद्र सरकार सबसे झगड़ रही है। ममता दीदी, किसान, झारखंड, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र सरकार और दिल्ली के लोगों से झगड़ रहे हैं। लोग इस बात से बहुत दुखी हैं।। ऐसे देश कैसे चलेगा?
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »