नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते केस के मद्देजर शुक्रवार को अपने आवास पर उच्च स्तरीय बैठक की और कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लाकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है।
केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लॉकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए है और भविष्य में जरूरत पड़ती है, तो जनता से बात कर कोई निर्णय लिया जाएगा। दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है, लेकिन यह पिछली लहर से कम गंभीर है।
इसलिए अभी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 45 साल की उम्र का क्लाज हटा कर सभी उम्र के लोगों को युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन करने की अनुमति दे देनी चाहिए, ताकि कोरोना से शीघ्र निजात मिल सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सभी लोग मास्क अवश्य पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपने हाथों को बार-बार साफ करते रहें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की आज जारी रिपोर्ट में 3583 नए केस आए हैं।
उन्होंने कहा,‘‘मैंने हमेशा कहा है कि दिल्ली ने कोरोना के सबसे ज्यादा मुश्किल स्थिति का सामना किया है। देश के लिए यह दूसरी तहर हो सकती है, लेकिन दिल्ली के लिए यह चौथी लहर है। हम सभी दिल्ली के लोग कोरोना के चौथी लहर का सामना कर रहे हैं। इस पिक में देखने को मिला है कि दिन-प्रतिदिन बड़ी तेजी से केस बढ़ते जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
सरकार स्थिति पर पूरी नजर रखी हुई है और जो भी उचित कदम उठाने की जरूरत है, वह सभी कदम हम लोग उठा रहे हैं। इसके डेटा के अनुसार, नए केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बार जो कोरोना चौथी लहर आई है, यह पिछली लहर से कम गंभीर है। इसका मतलब यह है कि इस चौथी लहर में मौतें कम हो रही हैं और पिछली लहर के मुकाबले इस बार कम लोग अस्पताल में, आईसीयू में भर्ती हैं।
अक्टूबर के महीने में जब लगभग इतने ही तीन-चार हजार केस प्रतिदिन आ रहे थे, उस वक्त आईसीयू में लगभग 1700 मरीज थे और आज करीब 800 मरीज अस्पताल में है, जो पहले के मुकाबले 50 प्रतिशत कम है। उन दिनों ने जब प्रतिदिन 3-4 हजार केस आते थे, तब 40 से करीब प्रतिदिन मौत हो रही थी और आज प्रतिदिन करीब 10 से 12 मौत हो रही है। अभी जो लहर आई है, वह पिछले के मुकाबले कम गंभीर है, कम लोगों को अस्पताल जाना पड़ रहा है और लोगों का होम आइसोलेशन में अच्छे से इलाज हो रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में अभी जो स्थिति है, उसमें सरकार का लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। आज हमने बैठक कर यह देखा कि अस्पतालों में और कितनी व्यवस्था करने की जरूरत है, ताकि अगर लोग बीमार हों और वे अस्पताल में भर्ती होना चाहें, तो उनके लिए व्यवस्था रहे। बैठक कर हम लोगों ने एंबुलेंस, अस्पताल, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और आईसीयू आदि व्यवस्थाओं के ऊपर विचार किया है।
इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया है कि कैसे-कैसे, किन-किन स्तरों पर आईसीयू के बेड बढ़ाए जाएंगे, कब-कब प्राइवेट अस्पतालों के अंदर आईसीयू के बेड बढ़ाए जाएंगे। कब-कब सरकारी अस्पतालों के अंदर कितने-कितने बेड बढ़ाए जाएंगे, उसकी हम लोगों ने पूरी योजना बनाई है। आने वाले दिनों कोरोना के नए केस इसी तेजी के साथ बढ़ते हैं, तो उसको ध्यान में रखते हुए हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम पर आज हम लोगों ने पूरी योजना बनाई है।