नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अल्का लांबा कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल के सरकारी निवास राजनिवास की ओर पार्टी की ओर से शुक्रवार को यहां आयोजित मार्च के दौरान घायल हो गयीं। लांबा ने मीडियाकर्मियों से कहा कि मार्च के दौरान एक महिला कांस्टेबल के कथित रूप से उन्हें मारे जाने के कारण वह जख्मी हो गयीं।
उन्होंने घाव से खून की कुछ बूंदें डीसीपी की वर्दी पर भी फेंकी। लांबा के मुताबिक उन्होंने ऐसा इसलिए किया कि क्योंकि पुलिस की ड्यूटी लोगों के लिए काम करने की है न कि सरकार की ड्यूटी करने की। लांबा ने किसानों की दुर्दशा पर कथित रूप से ध्यान नहीं देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘तानाशाह’ करार दिया।