नइ दिल्ली। गैर कांग्रेसी नौ विपक्षी दलों ने सोमवार को यहां बैठक कर देशभर के किसानों के चल रहे आंदोलन का समर्थन किया और तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को तत्काल रद्द करने की सरकार से मांग की । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), फॉरवर्ड ब्लॉक (एफबी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं सोशलिस्ट पार्टी तथा सीजीपीआई और भाकपा माले ने आज यहां अपनी दिल्ली ईकाई की बैठक की और उसमें किसानों के चल रहे आंदोलन का न केवल समर्थन किया बल्कि सरकार द्वारा उन पर दमनात्मक कार्रवाई की भी तीखी निंदा की।
दिल्ली राज्य भाकपा, माकपा, राकांप, द्रमुक, राजद, आरएसपी, फॉरवर्ड ब्लॉक, सीजीपीआई द्वारा संयुक्त बयान के अनुसार किसान आंदोलन के अलावा केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार के दमनात्मक व्यवहार को लेकर बैठक हुई। बैठक में तीन किसान विरोधी कृषि बिलों के खिलाफ किसान आंदोलन को पूर्ण समर्थन का प्रस्ताव पास किया गया और भारत सरकार से मांग की कि इन पूँजीपतिपरस्त कृषि कानूनों को तुरंत रद्द कर किसान संगठनों के संयुक्त किसान समिति से सरकार तुरंत बिना शर्त वार्ता करे। बैठक में दिल्ली की जनता से अपील की गई की देश के अन्नदाताओं को पूर्ण समर्थन कर हर संभव मदद करें। बैठक के बाद सभी नेताओ ने अजय भवन के बाहर आकर सड़क पर किसान आंदोलन और उनकी मांगो के समर्थन में प्रदर्शन भी किया। इस प्रदर्शन में प्रोफेसर दिनेश वार्ष्णेय, सचिव भाकपा दिल्ली राज्य, कॉम. के. एम. तिवारी, सचिव, माकपा, दिल्ली राज्य, रवि, सचिव भाकपा (माले), दिल्ली राज्य, शत्रुजीत सिंह, सचिव आर एस पी दिल्ली राज्य, बिरजू नायक, सीजीपीआई, अजय ने भाग लिया।