नई दिल्ली। शहीद सैनिकों के परिजनों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक बनाने के लिए चलाया गया सेना का दो सप्ताह का साइकिल अभियान आज समाप्त हो गया। यह अभियान सेना की बैटल एक्स डिविजन के तत्वाधान में बैटल एक्स गनर्स ने गत तीन से 15 सितम्बर तक चलाया जिसमें वीर नारियों तथा युद्ध मे हताहत हुए सैनिकों के निकटतम परिजनों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गयी। साइकिल अभियान दल ने राजस्थान के मारवाड़ के अजमेर, भीलवाड़ा, पाली, जोधपुर और जैसलमेर के आंतरिक क्षेत्रों मे 927 किलोमीटर लंबा सफर तय किया।
अभियान दल ने शारीरिक रूप से अपंग अनेक सैनिकों से मुलाकात की और उनके के परिवारों को सरकार के विभिन्न वितीय लाभों और योजनाओं के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। अभियान दल ने शाहपुरा में 65 भूतपूर्व सैनिकों और 12 वीरनारियों, ढोसला में 14 शहीदों के निकटतम परिजनों और 22 भूतपूर्व सैनिकों, सोजट में 5 शहीदों के निकटतम परिजनों और 12 भूतपूर्व सैनिकों, पाली में 12 शहीदों के निकटतम परिजनों और 32 भूतपूर्व सैनिकों, साजरा में 18 शहीदों के निकटतम परिजनों और 56 भूतपूर्व सैनिकों, डेजर मे 08 शहीदों के निकटतम परिजनों और 38 भूतपूर्व सैनिकों और कलाऊ मे 52 भूतपूर्व सैनिकों को संबोधित किया और उनकी समस्याओं की सूची बनाकर उन्हे हर संभव समाधान का भरोसा दिलाया।
दल के सदस्यों ने भीलवाडा, पाली, सोजट और चिरई के अनेक स्कूलों में जाकर छात्रों और स्थानीय युवाओं को सेना में भर्ती होने के विभिन्न विकल्पों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और उन्हें सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जिससे उनमें सुरक्षा बलों और राष्ट्र के प्रति सदभावना को बढ़ावा मिल सके। साइकिल अभियान आज जैसलमेर में संपन्न हुआ। इस मौके पर जनरल अफसर कमांडिग, बैटल एक्स डिविजन, मेजर जनरल टी के एच ने वीरनारियों और शहीदों के परिजनों तक पहुँचने के लिए अभियान दल को बधाई दी।