नई दिल्ली। टीम इंडिया (Team India) से बाहर चल रहे स्टार ओपनर पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में इतिहास रच दिया है। 23 साल के पृथ्वी शॉ के बल्ले ने आग उगला है और टीम इंडिया के सेलेक्टर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है। मुंबई (Mumbai) की ओर से खेलते हुए उन्होंने असम (Assam) के खिलाफ 379 रनों की लाजवाब पारी खेली है। इसी के साथ पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। एलिट ग्रुप-बी के इस मुकाबले में खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने अपनी इस पारी में 382 गेंदों का सामना करते हुए 379 रन बनाए। उन्होंने अपनी इस पारी में 49 चौके और 4 छक्के जड़े।
इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी लगभग 100 के बराबर रहा। इस पारी की बदौलत रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने संजय मांजरेकर का 32 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। मांजरेकर ने 1991 में मुंबई की ओर से खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ 377 रन बनाए थे। बता दें कि फर्स्ट क्लास और रणजी के इतिहास में 400 रन बनाने का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के ही बीबी निम्बालकर ने बनाया था। उन्होंने 1948 के सीजन में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए काठियावाड़ के खिलाफ नाबाद 443 रनों की पारी खेली थी। पृथ्वी शॉ ने अपनी इस पारी की बदौलत घरेलू क्रिकेट में एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने दर्ज किया है। वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं। फिलहाल पिछले एक साल से पृथ्वी शॉ घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिल रही है।
रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक स्कोर
1. बीबी निम्बालकर- 443* रन, महाराष्ट्र- खिलाफ काठियावाड़ (1948)
2. पृथ्वी शॉ- 379 रन, मुंबई- खिलाफ असम (2023)
3. संजय मांजरेकर - 377 रन, बंबई- खिलाफ हैदराबाद (1991)
4. एमवी श्रीधर- 366 रन, हैदराबाद- खिलाफ आंध्रा (1994)
5. विजय मर्चेंट- 359* रन, बंबई- खिलाफ महाराष्ट्र (1943)
6. सुमित गोहेल- 359* रन, गुजरात- खिलाफ ओडिशा (2016)