मुंबई। भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच मुंबई के वानखेडे मैदान पर खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच में भारत ने पूरी तरह से अपना शिकंजा कस लिया है। लेकिन, मुकाबले का परिणाम सामने आए उससे पहले इस टेस्ट मैच में भारतीय ओपनर्स ने जरा हटके प्रदर्शन किया है। दरअसल मुंबई टेस्ट में ऐसा कुछ पहली बार हुआ है, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 89 साल के इतिहास में नहीं हुआ। भारतीय ओपनर्स के इस हटके अंदाज की कड़ी उनके बल्ले से निकले छक्कों से जुड़ी है।
मुंबई टेस्ट की दोनों पारियों में भारत की दो ओपनिंग साझेदारियां मैदान में उतरी। पहली इनिंग में मयंक अग्रवाल के साथ शुभमन गिल ओपन करने उतरे तो वहीं दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल का साथ दिया चेतेश्वर पुजारा ने। दरअसल, पहली इनिंग में स्क्वॉयर लेग पर फील्डिंग के दौरान गिल के हाथ में चोट लग गई थी। इस वजह से वो दूसरी इनिंग में ओपन करने नहीं उतर सके। पर इसके बावजूद पहली भारतीय ओपनर्स के नाम जो रिकॉर्ड जुड़ना था, वो जुड़ गया। मुंबई टेस्ट की दोनों पारियों में भारतीय ओपनर्स छक्का जमाने में कामयाब रहे। पहली पारी में अपनी 150 रन की पारी में मयंक अग्रवाल ने 4 छक्के लगाए तो गिल ने 1 छक्का जड़ा। ऐसे ही दूसरी पारी में 62 रन बनाने में मयंक अग्रवाल ने एक छक्का लगाया तो नहीं अर्धशतक से चूके पुजारा भी एक छक्का लगाने में कामयाब रहे। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। ये भी पहली ही बार हुआ है जब मयंक अग्रवाल ने अपने टेस्ट करियर में दोनों पारियों में 50 प्लस स्कोर बनाए हैं। वो पहली पारी में शतक और दूसरी इनिंग में अर्धशतक लगाने वाले भारत के 14वें खिलाड़ी हैं। वहीं मुंबई में खेले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में फिफ्टी प्लस स्कोर बनाने वाले चेतन चौहान, सुनील गावस्कर और श्रीकांत के बाद भारत के चौथे ओपनर हैं। मयंक अग्रवाल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का अंत 242 रन बनाकर किया। 2 टेस्ट की 4 पारियों में उन्होंने 1 शतक और 1 अर्धशतक लगाया। इस दौरान उनका औसत 60.50 का रहा।