नई दिल्ली. टीम इंडिया के ओपनर केएल राहुल (KL Rahul Century) ने आखिरकार साबित कर दिया कि आखिर क्यों उन्हें देश के बेस्ट बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. केएल राहुल ने लॉर्ड्स टेस्ट में शानदार शतक ठोक सभी आलोचकों के मुंह बंद कर दिये. 2 साल तक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने वाले राहुल ने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान (India vs England, 2nd Test) पर अपने टेस्ट करियर का छठा शतक लगाया.
पिछले 31 सालों में केएल राहुल पहले भारतीय ओपनर हैं जिन्होंने लॉर्ड्स के मैदान पर शतक ठोका है. राहुल से पहले ये मौका इसी टेस्ट में रोहित शर्मा को मिला था लेकिन वो 83 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन राहुल ने अपनी मेहनत बेकार नहीं होने दी और वो शतक लगाने में कामयाब रहे. बता दें लॉर्ड्स के मैदान पर आखिरी बार किसी भारतीय ओपनर ने साल 1990 में शतक लगाया था. टीम इंडिया के हेड कोच ने बतौर टेस्ट ओपनर लॉर्ड्स में शतकीय पारी खेली थी.
केएल राहुल (KL Rahul Century at Lords) ने 3 साल बाद टेस्ट शतक लगाया है. दिलचस्प बात ये है कि साल 2018 में केएल राहुल ने इंग्लैंड दौरे पर ही शतक ठोका था. ओवल के मैदान पर राहुल ने 149 रनों की पारी खेली थी. अपने पिछले शतक के बाद 12 पारियों में केएल राहुल अर्धशतक लगाने में नाकाम रहे और उन्हें टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया. लेकिन 2 साल बाद उन्हें टेस्ट टीम में दोबारा जगह मिली और मयंक अग्रवाल के चोटिल होने की वजह से वो नॉटिंघम में ओपनिंग के लिए उतरे. राहुल ने नॉटिंघम टेस्ट की पहली पारी में शानदार 84 रन बनाए. वो 16 रनों से शतक से चूक गए लेकिन लॉर्ड्स में राहुल ने कोई कमी नहीं छोड़ी.
केएल राहुल ने दिखाया कमाल का धैर्य
केएल राहुल को अकसर शुरुआत में ही चौके लगाते हुए देखा जाता है लेकिन लॉर्ड्स में उन्होंने 107 गेंदों तक एक भी बाउंड्री नहीं लगाई. इसके बाद केएल राहुल ने मोइन अली की गेंद पर छक्का लगाकर अपनी बाउंड्री का खाता खोला. रोहित शर्मा के आउट होने के बाद राहुल और आक्रामक हो गए और उन्होंने 9 चौके और एक छक्के की मदद से अपनी छठी टेस्ट सेंचुरी पूरी की. राहुल की खास बात ये है कि दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 6 में से 5 शतक विदेश में लगाए हैं. राहुल ने इंग्लैंड में दूसरा शतक लगाया है. वो ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और वेस्टइंडीज में भी 1-1 शतक लगा चुके हैं.