नई दिल्ली। टीम इंडिया के विकेट कीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने अपने करियर को लेकर बड़ा बयान दिया है। कार्तिक ने कहा,‘भारतीय क्रिकेट टीम में MS Dhoni के आगमन के बाद मेरे लिए टीम इंडिया के सारे दरवाजे बंद हो गए थे।’ आपको बता दें कि दिनेश कार्तिक टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और पिछले 1।5 दशक से वो टीम इंडिया के अंदर बाहर होते रहे हैं। वो कभी स्थाई तौर पर टीम में जगह नहीं बना पाए। महेंद्र सिंह धोनी के टीम में आने से पहले दिनेश कार्तिक ने अपने क्रिकेट करियर का आगाज कर चुके थे, और उन्हें कई बार टीम इंडिया में जगह बनाने का मौका मिला था लेकिन वो इन मौकों को भुना नही पाए थे।
वहीं महेंद्र सिंह धोनी जब टीम इंडिया का हिस्सा बने तो उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर अपनी जगह पक्की कर ली थी, हालांकि इसके बाद भी कार्तिक को कई और मौके मिले लेकिन वो बतौर बल्लेबाज टीम इंडिया का हिस्सा रहे साल 2007 में इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया में दिनेश कार्तिक को सलामी बल्लेबाज के तौर पर चयनित किया गया था। कार्तिक ने इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 263 रन बनाए थे जिसमें 6 पारियों में 3 अर्धशतक थे। पूरी सीरीज के दौरान उनका बल्लेबाजी का औसत 43।83 रहा। धोनी टीम इंडिया का हिस्सा बने थे तभी से उन्होंने विश्व क्रिकेट में तूफान खड़ा कर दिया था। पहले बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज और आगे चलकर एक धाकड़ कप्तान के रूप में। कार्तिक ने बताया कि उन्हें पता था कि टीम इंडिया में अब अगले 10 से 12 सालों के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज की जगह बंद हो गई है। कार्तिक ने आगे बताया कि कई सालों के बाद टीम इंडिया को एक बेहतरीन विकेट कीपर मिला था।
कार्तिक ने आगे बताया, मैं कभी भी अपनी चीजों पर ध्यान नहीं देता। मेरा स्वभाव हमेशा से ऐसा ही रहा है। आगे क्या होगा? यह हमेशा से मेरा खुद से लगातार सवाल रहा है। उस समय मुझे एक धाकड़ बल्लेबाज बनना था। टीम में मध्यक्रम और सलामी बल्लेबाज के रूप में दो जगह खाली थी। एक बात जो धोनी समेत और लोगों ने मुझसे कही थी- ‘बल्लेबाज के तौर पर आप इतने टैलेंटेड हैं। आप ओपनिंग कर सकते हैं।’ इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला था। ये बातें दिनेश कार्तिक ने भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा के साथ एक यूट्यूब चैनल पर कीं।