नई दिल्ली। भारतीय टीम 2 जून को इंग्लैंड के मुश्किल दौरे पर रवाना होगी। यहां टीम इंडिया पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड के साथ खेलेगी। पहली बार आइसीसी ने इस टूर्नामेंट की शुरुआत की है। इसके बाद भारत को इंग्लैंड के साथ 5 टेस्ट मैच खेलना है। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दोनों के खिलाफ भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर नजर रहेगी। चोट के बाद वापसी कर रहे इस गेंदबाज ने अपने संन्यास को लेकर बात की है। उन्होंने बताया कि वह इस बारे में क्या सोचते हैं।
शमी ने एक न्यूज चैनल से कहा, "हमारी गेंदबाजी आक्रमण की सबसे अच्छी बात यह है कि इस वक्त टीम में 4 से 5 गेंदबाज ऐसे हैं जो लगातार 140 से 145 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद डाल सकते हैं। आप एक या दो गेंदबाज तो तलाश सकते हैं लेकिन 4-5 को ढूंढना मुश्किल होता है और हमारे पास ऐसा है। हम विरोधी टीम को इस बात को सोचने पर मजबूर कर सकते हैं कि किस तरह की विकेट देना चाहते हैं।"
आगे उनका कहना था, "मुझे तो नहीं लगता है कि इससे पहले हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण रहा है कभी। हमारे पास एक साथ 4-5 गेंदबाज एक साथ ऐसे नहीं थे। इससे पहले विरोधी टीमें हमारे खिलाफ आसानी से योजना बनाती ती लेकिन आज उनको अलग तरीके से सोचने पर मजबूर होना पड़ता है।"
"एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि युवाओं से यह कहें कि वो अब हम सभी को आजादी से गेंदबाजी करने की बात कहें। वैसे हमारी टीम के युवा और सीनियर खिलाड़ियों को बीच माहौल और तालमेल बहुत ही कमाल का है। यह बात तो है कि हम सभी को किसी ना किसी दिन छोड़कर जाना है लेकिन इस बारे में सोचना सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपने पीछे छोड़कर क्या जा रहे हैं, टीम के लिए और इसमें खेल रहे युवाओं के लिए। यह बहुत जरूरी है कि आप अपने देश, कप्तान और बोर्ड को गौरव महसूस करवाएं।"