करीब 3 महीने के इंग्लैंड दौरे (England Tour) पर जा रही भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के सामने चुनौती आसान नहीं है। टीम इंडिया (Team India) को दुनिया की नंबर एक रैंक टीम बनाने में और इसे आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचाने में कई खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा है।
भारतीय तेज गेंदबाजी को इसमें सबसे ऊपर रखा जा सकता है और अगर टीम इंडिया को इंग्लैंड में फतह हासिल करनी है, तो इन्हीं गेंदबाजों को अपना जलवा दिखाना होगा। भारतीय गेंदबाजी के आधार में से एक मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) भी इसी बात पर यकीन करते हैं और कहते हैं कि अगर टीम ने पिछले 6 महीनों जैसा प्रदर्शन दोहरा दिया, तो इंग्लैंड की जमीन पर भी तिरंगा लहरा सकेगा।
भारतीय टीम ने पिछले छह महीनों में ऑस्ट्रेलिया जाकर लगातार दूसरी टेस्ट सीरीज जीतने के साथ ही घरेलू जमीन पर इंग्लैंड को 3-1 से मात दी। इन दोनों सीरीज के प्रदर्शन के दम पर ही भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। इन दोनों सीरीज के दौरान मोहम्मद शमी समेत भारतीय टीम के कई अहम खिलाड़ी गैर हाजिर थे और नए खिलाड़ियों के दम पर टीम ने सफलता अपने नाम की।
टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज शमी ने कहा कि वह फिलहाल एक वक्त में एक ही सीरीज पर ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि मौजूदा वक्त में हालात तेजी से बदल रहे हैं। गल्फ न्यूज से बात करते हुए शमी ने कहा, "किसने सोचा था कि यह महामारी हमारी जिदंगी के दो साल बर्बाद कर देगी। इसलिए मैं एक समय में एक श्रृंखला या एक टूर्नामेंट पर ध्यान दे रहा हूं। हमने टीम के रूप में हाल में बेजोड़ क्रिकेट खेली है और निश्चित तौर पर इंग्लैंड दौरे से पहले हमारा मनोबल बढ़ा हुआ है।"
शमी ने टीम के पिछले कुछ वक्त के प्रदर्शन पर खास जोर दिया और कहा कि उसे दोहराने भर से टीम को सफलता मिल सकती है। तेज गेंदबाज ने कहा, "यदि हम पिछले छह महीने की फॉर्म को दोहराने में सफल रहते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि यह दौरा हमारे लिये शानदार होगा।"
भारतीय टीम 2 जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी, जहां वह करीब साढ़े तीन महीनों तक रहेगी। इस दौरान पहले 18 जून से भारत और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। इसके बाद 4 अगस्त से भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होगी, जो सितंबर तक जारी रहेगी। इस दौरे से ही मोहम्मद शमी की टीम इंडिया में वापसी भी होगी। शमी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट मैच में ही चोटिल होकर बाहर हो गए थे और फिर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं खेल पाए थे।