लंदन। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने खुलासा किया है कि कोरोना महामारी के कारण उसे भारी नुकसान हुआ है। बोर्ड के मुताबिक उसे 16.1 मिलियन पाउंड का सालाना नुकसान हुआ है और उसका कैश रिजर्व 2.2 मिलियन पाउंड से नीचे आ गया है। ईसीबी ने इसका सीधा और प्रमुख जिम्मेदार कोरोना महामारी को ठहराया है। एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक ईसीबी ने 2016 में 70 मिलियन पाउंड से ज्यादा का रिजर्व होने की घोषणा की थी। कोरोना के चलते ईसीबी ‘ द हंड्रेड टूर्नामेंट ’ का आयोजन भी नहीं कर सकी थी और इससे ईसीबी का नुकसान और बढ़ा था। ईसीबी के प्रमुख वित्तीय अधिकारी स्कॉट स्मिथ ने बताया कि बोर्ड की ओर से तत्काल कुछ फैसले लिए जाने के चलते स्थिति काफी ज्यादा नहीं बिगड़ी।
एएफपी रिपोर्ट में स्कॉट स्मिथ ने कहा, ‘‘ यह काफी चुनौतीपूर्ण वर्ष रहा है, लेकिन हमने किसी तरह से अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन कराया और जल्द कुछ फैसले लिए, इसलिए स्थिति ज्यादा नहीं बिगड़ी। आगे क्या होगा इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस पर अभी भी अनिश्चितता की स्थिति बरकरार है, लेकिन हमें उम्मीद है कि हम इस पूरे समर के दौरान क्रिकेट मैचों का आयोजन कर पाएंगे। अगले हफ्ते से मैदानों पर प्रशंसकों की भी वापसी हो रही है। ऐसे में हम राजस्व प्राप्त कर पाएंगे। ’’ उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी ने दुनिया भर में खेल के क्षेत्र में ब्रेक लगा दी। क्रिकेट पर भी इसका खासा असर पड़ा है। कई क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं हो पाए हैं, जिसके चलते सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड्स को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भी इससे अछूता नहीं है। बायो-बबल में कोरोना विस्फोट की वजह से बीसीसीआई को आईपीएल 2021 को बीच में स्थगित करना पड़ा है और शेष मुकाबलों के आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।