वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग ने घोषणा की है कि वह न्यूजीलैंड के इंग्लैंड दौरे की समाप्ति के बाद संन्यास ले लेंगे। 2009 में टेस्ट पदार्पण करने वाले वाटलिंग ने न्यूजीलैंड की तरफ से कुल 73 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से 65 में विकेट-कीपिंग की है, जबकि 28 वनडे मुकाबले खेले हैं। अगर वह जून में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और भारत के खिलाफ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलते हैं तो वह एडम परोरे के 67 मैचों के रिकॉर्ड को तोड़कर सर्वाधिक 68 टेस्ट मैचों में विकेट-कींपिंग करने वाले न्यूजीलैंड के इकलौते टेस्ट विकेटकीपर बन जाएंगे। आईसीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक न्यूजीलैंड के लिए एक टेस्ट रिकॉर्ड पहले से ही वाटलिंग के नाम है। उन्होंने देश के लिए सर्वाधिक 257 स्टपिंग/कैच आउट किए हैं जो दूसरे स्थान पर मौजूद परोरे से 56 अधिक है। वहीं वह न्यूजीलैंड के सातवें सर्वाधिक रन बनाने वाले विकेटकीपर हैं। उन्होंने कुल 3773 रन बनाए हैं, जिसमें 205 का व्यक्ति स्कोर भी शामिल है।
वाटलिंग ने कहा, ‘‘ यही सही समय है। न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व करना और विशेष रूप से टेस्ट में विकेट-कीपिंग करना एक बहुत बड़ा सम्मान है। टेस्ट क्रिकेट सच में क्रिकेट का शिखर है और मुझे साथियों के साथ सफेद कपड़ों में मैदान में रहने के हर पल से प्यार है। पांच दिनों की कड़ी मेहनत के बाद चेजिंग रूम में बैठ कर टीम के साथ बीयर पीना मुझे सबसे ज्यादा याद आएगा। मुझे इंग्लैंड के दौरे से पहले संन्यास की घोषणा करनी थी, लेकिन मेरा ध्यान आगामी तीन टेस्ट मैचों और उनमें अच्छा प्रदर्शन करने की तैयारी पर है। यह दौरा कुछ स्तरों पर एक चुनौती होगी और हम एक टीम के रूप में जानते हैं कि अगर हम सफल होना चाहते हैं तो हमें खेल में सबसे ऊपर रहना होगा।
’’ विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ मैंने कुछ महान खिलाड़ीयों के साथ क्रिकेट खेला और कई अच्छे साथी बनाए। मुझे इस रास्ते पर बहुत मदद मिली, जिसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा। मेरी पत्नी जेस मेरे लिए स्थिरता और समर्थन का एक निरंतर स्रोत रही हैं और मैं निश्चित रूप से उनके और अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं। मैं अपनी मां का भी धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे सही दिशा में आगे बढ़ने का हौसला दिया और हमेशा मेरे लिए बनी रही। ’’ न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रमुख डेविड वाइट ने वाटंिलग की इस घोषणा के बाद उनके साहस और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, ‘‘ उनकी स्टंप के पीछे हरसंभव रन आउट करने की क्षमता बेजोड़ है। स्टंप के पीछे उनका काम अथक और कुशल है। उनके पास एक शांत, नम्र और निडरतापूर्ण शैली है जो प्रतियोगिता और चुनौती में काफी मददगार साबित होती है। ’’