नई दिल्ली। हैदराबाद के पूर्व तेज गेंदबाज अश्विन यादव (Ashwin Yadav) का शनिवार को हृदय गति रूकने से निधन हो गया। वो 33 साल के थे। वो अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। अश्विन ने 2007 में पंजाब के खिलाफ मोहाली में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था। उन्होंने हैदराबाद के लिए 14 फर्स्ट क्लास मैच में 34 विकेट लिए थे। इसके अलावा उन्होंने 10 लिस्ट-ए मैच में 4 विकेट हासिल किए थे।
दिल्ली के खिलाफ 2008-09 सीजन में 52 रन देकर 6 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन रहा था। अश्विन ने 2009 में मुंबई के खिलाफ अपना आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच खेला था। हालांकि, वो स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के लिए स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलते रहे थे। उनकी मौत पर भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने भी दुख जताया है।
उन्होंने लिखा कि अश्विन यादव के निधन की खबर सुनने के बाद पूरी तरह से टूट गया हूं। वो खुशमिजाज और जिंदादिल इंसान थे और हमेशा टीम के लिए खेलें। वो शानदार तेज गेंदबाज थे। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दे। आप हमेशा याद आओगे। अश्विन के साथ खेल चुके ऑफ स्पिनर विशाल शर्मा ने कहा कि उनका व्यवहार हमेशा दोस्ताना रहा और हमेशा उनके चेहरे पर एक मुस्कान बनी रहती थी। वो टीम मैन थे। मैं अब भी यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि वो नहीं रहे।