मेलबोर्न। जाने-माने कमेंटेटर हर्षा भोगले ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए भारतीय टीम के चयन पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि टीम में इतने बदलाव दर्शाता है कि टीम प्रबंधन ने पहले टेस्ट मैच में काफी सारी गलतियां की थीं।
हर्षा भोगले ने दूसरे टेस्ट मैच के लिए अंतिम एकादश की घोषणा के बाद शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के लिए टीम में किये भारी परिवर्तन दर्शाता है कि पहले टेस्ट मुकाबले में बहुत सारी गलतियां हुई थी और विशेष तौर पर विकेटकीपर और सलामी बल्लेबाजों के चयन को लेकर। टीम प्रबंधन को पृथ्वी शॉ में विश्वास दिखाना चाहिए। दो पारियों के बाद शॉ को टीम से बाहर करने का मतलब है कि आप उसे सीखने का समय नहीं दे रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा के सीरीज में नहीं होने का मतलब है कि टीम को पांचवें गेंदबाज की जरुरत है। रवींद्र जडेजा ऑस्ट्रेलिया में छठे नंबर पर नहीं खेल सकते है जिसका मतलब है कि वे एक बल्लेबाज के लिए विकेटकीपर की बलि दे रहे हैं।
कमेंटेटर ने कहा, "इस चयन से हमने दोनों विकेटकीपरों को उलझन में डाल दिया है क्योंकि दोनों खिलाड़ियों को यह बताया गया था कि विदेशी मैदानों में पंत टीम की प्राथमिकता होंगे जबकि जब टेस्ट मुकाबले घरेलू मैदान पर होंगे तब विकेटकीपर साहा टीम की प्राथमिकता होंगे। लेकिन एडिलेड मुकाबले में हमने कुछ और देखा और अचानक से सब बदल गया।"
हर्षा भोगले ने विराट कोहली के विकल्प पर ही अपनी राय रखते हुए कहा, "अगर शॉ की जगह शुभमन गिल विकल्प है तो उसी तरह विराट की जगह लोकेश राहुल को टीम में लिया जाना चाहिए थे। लेकिन भारतीय टीम ने निर्णय लिया कि उन्हें टीम में पांच गेंदबाज चाहिए। इस चयन से पंत और जडेजा की बल्लेबाजी पर बड़ी बाजी खेली गई है और मैं उम्मीद करता हूं कि टीम को जडेजा की बल्लेबाज तक निर्भर होने की जरुरत न पड़े।" उन्होंने कहा,"इस चयन से कुछ खिलाड़यिों में आत्मविश्वास दिखाया गया है। मैं टेस्ट सीरीज में खिलाड़ियों द्वारा निरंतरता देखने के लिए बहुत उत्सुक हूं क्योंकि यह दृढ़ विश्वास भी दर्शाता है और खिलाड़यिों में आत्मविश्वास पैदा करता है।"