नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर ने टीम प्रबंधन के चयन पर कड़े सवाल उठाते हुए कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में विकेटकीपर रिद्धिमान साहा की जगह विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम में चुन कर दोनों खिलाड़ियों को असुरक्षित महसूस करा दिया है और यह निर्णय दोनों ही खिलाड़ियों के लिए उचित नहीं है।
भारत ने एडिलेड टेस्ट में मिली करारी हार के बाद शुक्रवार को दूसरे बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए अपनी एकादश में भारी परिवर्तन किया है। सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज अपना पदार्पण करेंगे जबकि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की टीम में वापसी हुई है।
गंभीर ने सवाल उठाते हुए कहा कि पंत अगर अगले दो मैचों ने प्रदर्शन नहीं कर पाते है तो क्या टीम प्रबंधन उन्हें भी अंतिम एकादश से बाहर कर देगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। साहा ने इस सीरीज में सिर्फ पहला टेस्ट मैच खेला है। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।’’
गंभीर ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘अगर पंत भी दूसरे-तीसरे टेस्ट मैच में रन नहीं बना पाएंगे तो क्या टीम प्रबंधन उन्हें भी टीम से बाहर कर देगा और फिर वापस साहा को टीम में लिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी को टीम में बने रहने के लिए सुरक्षा और आश्वासन की जरुरत होती है लेकिन यह चीज वर्तमान टीम प्रबंधन करने में विफल रहा है।’’
पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘टीम इसलिए इतनी अस्थिर है क्योंकि कोई भी खिलाड़ी टीम में स्थिर नहीं है। पेशेवर खेल पूरी तरह से स्थिरता के बारे में है। सभी खिलाड़ियों में प्रतिभा है। जब वे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तो वे सिर्फ टीम में स्थिरता की सुरक्षा की भावना और आश्वासन चाहते हैं कि टीम प्रबंधन खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए है और वो भी केवल शब्दों से नहीं बल्कि अपने फैसले से।’’
उन्होंने यह भी कहा कि ऋषभ पंत और साहा के साथ यह पूरी तरह से गलत हो रहा है और दोनों खिलाड़ियों का चयन अलग-अलग आधार पर किया गया था। साहा का घरेलू मैचों और पंत का विदेशी जमीन पर खेलने के लिए चयन किया था लेकिन एडिलेड टेस्ट में इसका बिलकुल उल्टा हुआ।