नई दिल्ली। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 दिसंबर से टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है। कपिल देव ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी होने की असल वजह बताई है। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार को खेले जाने वाले पिंक गेंद टेस्ट से बार्डर-गावस्कर सीरीज की शुरुआत होगी। वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने डे नाइट टेस्ट से पहले भारतीय तेज गेंदबाजों को बेहद ही अहम सलाह दी है। कपिल देव ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के उछाल लेती पिचों को देखकर भारतीय गेंदबाजों को उत्तेजित नहीं होना चाहिए।
कपिल देव का मानना है कि भारतीय गेंदबाजों को सिर्फ अपनी ताकत के मुताबिक ही गेंदबाजी करने की जरूरत है। अनुभवी ईशांत शर्मा की अनुपस्थिति में भी, भारत टीम के पास जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के नेतृत्व में खतरनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण है। टीम में उमेश यादव, मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी के रूप में शानदार विकल्प मौजूद है।
पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, हमारे तेज गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया के पिचों पर गेंदबाजी का अनुभव नहीं है। कई बार वह उछाल देख कर उत्तेजित हो जाते हैं. यह समझना काफी जरूरी है कि उन्हें अपनी ताकत से गेंदबाजी करनी चाहिए। भारत के लिए 131 टेस्ट में 434 विकेट लेने वाले पूर्व महान खिलाड़ी ने कहा, 'हमारे पास शानदार तेज गेंदबाज है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी वहां की परिस्थितियों को हमारे गेंदबाजों की तुलना में बेहतर समझते हैं। भारत को 1983 में विश्व विजेता बनाने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा कि दिन-रात्रि प्रारूप में खेले जाने वाले श्रृंखला के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी रहेगा।
उन्होने कहा, 'जाहिर है एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी रहेगा। वे अपने घर में खेल रहे है। अगर भारतीय टीम गुलाबी गेंद से भारत में खेलती तो मैं कहता कि भारत के जीतने की संभावना 80 प्रतिशत है। वैसे भी ऑस्ट्रेलिया के पास गुलाबी गेंद से कई मैच खेलने का अनुभव है जबकि भारतीय टीम ने सिर्फ एक टेस्ट दूधिया रोशनी में खेला है।