शारजाह। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के इस सत्र की सबसे मजबूत टीमों में से एक दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शनिवार को जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी। चेन्नई ने पिछले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को 20 रन से पराजित किया था जबकि दिल्ली ने भी अपने पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स को 13 रन से हराया था। दिल्ली के आठ मैचों में छह जीत, दो हार के साथ 12 अंक है और वह अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर है। चेन्नई आठ मैचों में तीन जीत, पांच हार के साथ छह अंक लेकर छठे स्थान पर है।
चेन्नई के बल्लेबाजों ने हैदराबाद के खिलाफ सधी हुई पारी खेली थी। उसके सलामी बल्लेबाज सैम करेन (31) ने धुआंधारी बल्लेबाजी की। हालांकि फॉफ डू प्लेसिस (0) के जल्द आउट होने से चेन्नई एक बार फिर बड़ी शुरुआत करने में नाकाम रही थी। पहला झटका लगने के बाद पहले करेन और इसके बाद शेन वाटसन (42), अंबाटी रायुडू (41), धोनी (21) और रवींद्र जडेजा (25) ने सधी हुई पारी खेली थी जिसके कारण टीम 167 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर सकी थी। चेन्नई को हालांकि बल्लेबाजी में और सुधार की जरुरत है क्योंकि दिल्ली जैसी टीम के खिलाफ उसे बड़ा स्कोर बनाना होगा।
चेन्नई के गेंदबाजों ने पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था और पिछले मैच में भी 167 रन का बचाव करते हुए चेन्नई के गेंदबाजों ने जिस तरह प्रदर्शन किया वो सराहनीय है। चेन्नई के गेंदबाजों को दिल्ली के खिलाफ अपनी यह फॉर्म बरकरार रखनी पड़ेगी जिससे विपक्षी टीम पर दबाव बनाया जा सके।
दिल्ली ने भी राजस्थान के खिलाफ सधी हुई बल्लेबाजी की थी और शिखर धवन (57) तथा कप्तान श्रेयस अय्यर (53) रन की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 161 रन बनाने में कामयाब रही थी। शिखर ने एक बार फिर जिम्मेदारी समझते हुए अपने प्रदर्शन से टीम का हौसला बढ़ाया था और टीम का दारोमदार एक बार फिर उन पर होगा।
राजस्थान के खिलाफ पृथ्वी शॉ एक बार फिर नाकाम रहे थे और उन्हें जल्द ही फॉर्म हासिल करनी होगी। अंजिक्या रहाणे भी नाकाम रहे और उनका बल्ला लगातार दूसरे मैच में खामोश रहा। दिल्ली के पास मार्कस स्टोयनिस औरÞ एलेक्स कैरी जैसे बल्लेबाज भी हैं जो बड़े शॉट मारने में सक्षम हैं।
चेन्नई और दिल्ली के बीच इस सत्र में इससे पहले एक बार आमना-सामना हो चुका है जहां दिल्ली ने धोनी के धुरंधरों को 44 रन से हराया था। धोनी के पास उस हार का हिसाब चुकता करना का मौका रहेगा जबकि दिल्ली चेन्नई के खिलाफ जीत हासिल कर प्लेऑफ के लिए अपनी दावेदारी और पुख्ता करना चाहेगी।