मुंबई। IPL 2020 का 31वां मुकाबला किंग्स इलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया, जिसमें बैंगलोर को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। इस मैच में विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया और टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए। लेकिन बैंगलोर की बल्लेबाजी के दौरान विराट कोहली एंड कंपनी ने एक हैरान करने वाला फैसला लिया।
टीम ने फिंच के रूप में दूसरा झटका खाने के बाद विस्फोटक बल्लेबाज डीविलियर्स को बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा। उनकी जगह वाशिंगटन सुंदर बल्लेबाजी के लिए आए और जब सुंदर आउट हुए तो उनके बाद शिवम दुबे आए। डीविलियर्स को नंबर-6 पर बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा और वो बिना कोई कमाल किए सस्ते में चलते बने। डीविलियर्स ने बीते मुकाबले में ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 33 गेंदों पर 73 रन बनाए थे और वो मुकाबला भी शारजाह की पिच पर ही खेला गया था। वहीं मैच के बाद विराट कोहली ने इस फैसले को लेकर सफाई पेश की।
पंजाब के खिलाफ मिली हार के बाद विराट कोहली ने कहा,"बाहर से ये मैसेज आया था कि लेफ्ट-राइट का कॉम्बिनेशन बनाए रखना है और हमारी इस बारे में बात भी हुई थी। ये फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि उनके पास रवि बिश्नोई और मुरुगन अश्विन के रूप में दो लेग स्पिनर थे। कई बार ऐसा होता है कि जो फैसले आप लेतें हैं वो आपके पक्ष में नहीं जाती हैं और ये वैसा ही था. हालांकि हम अपने फैसले से काफी खुश हैं, खासकर बैटिंग में भले ही वो हमारे फेवर में नहीं रहे। मेरे हिसाब से इस पिच पर 170 प्लस का स्कोर अच्छा था। अगर हमने थोड़ी अच्छी गेंदबाजी की होती तो इस मुकाबले में बने रह सकते थे।