अबु धाबी। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल रहे अब्दुल समद के कोच रणधीर सिंह ने कहा कि समद एक ऑलराउंडर हैं जो इस वक्त खेल की मांग है और यह उनके लिए फायदेमंद साबित होगा। जम्मू के समद ने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मैच में आखिरी ओवर में अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उस मैच के आखिरी ओवर में क्रीज पर दुनिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर में शुमार कप्तान धोनी मौजूद थे। चेन्नई को जीत के लिए छह गेंदों में 28 रन चाहिए थे। हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने 19 वर्षीय समद को गेंद थमाई।
यह फैसला कईयों के लिए हैरानी भरा था। लेकिन समद ने अपने कप्तान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए टीम को सात रनों से जीत दिला दी। रणधीर ने कहा, ‘‘समद एक ऑलराउंडर हैं और ऐसे खिलाड़ियों की क्रिकेट के हर प्रारूप में दरकार है। वह स्थिति के अनुरूप अपनी बल्लेबाजी को ढाल लेते हैं। वह टी20, एकदिवसीय मैचों के अलावा टेस्ट मैचों के लिए भी फिट हैं क्योंकि उनके अंदर वह क्षमता है।’’ कोच ने कहा, ‘‘आजकल, क्रिकेट का मतलब हर प्रारूप में बड़ा स्कोर खड़ा करना है और समद लंबे शॉट लगाता है, स्कोर बोर्ड को गतिमान रखता है इसलिए वह आने वाले दिनों में चयनकर्ता की निगाहों में बहुत जल्द ही चढ़ जाएगा।’’
समद ने रणधीर सिंह से प्रशिक्षण लेना 2012 में शुरू किया था जिसके बाद उन्होंने जम्मू और कश्मीर का अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-19 में प्रतिनिधित्व किया। रणधीर ने बताया कि जब भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ से जुड़े थे तो उन्होंने भी उदयीमान खिलाड़ी की प्रतिभा को संवारने का काम किया था। उन्होंने कहा, ‘‘अगर उसका आईपीएल में प्रदर्शन निरंतर अच्छा बना रहा तो बतौर एक युवा खिलाड़ी उसके पास बड़ा मौका है। वह जल्द ही चयनकर्ताओं की आंखों का तारा बनेगा। हम उसके सफल होने की कामना करते हैं और उम्मीद है कि बहुत जल्द ही भारतीय टीम के लिए खेले।’’
28 अक्टूबर 2001 को पैदा हुए समद ने जम्मू और कश्मीर के लिए टी20 में अपना पर्दापण 2018-19 में हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से 21 फरवरी 2019 को की थी। उन्होंने लिस्ट ए में अपना पर्दापण 27 सितंबर 2019 को विजय हजारे ट्रॉफी में जम्मू कश्मीर की तरफ से किया था। वहीं 9 दिसंबर 2019 को जम्मू और कश्मीर की ओर से रणजी में अपना पहला मैच खेला था। समद के पिता मोहम्मद फारूक ने भी अपने बेटे के आईपीएल में खेलने पर खुशी जताई है।
जम्मू और कश्मीर के शारीरिक शिक्षा विभाग में अध्यापक फारूक ने यूनिवार्ता से कहा, ‘‘अंत में हर किसी को उसकी कड़ी मेहनत का इनाम मिलता है। मैं अपने बड़े बेटे तैयाब फारूक को भी प्राइवेट अकादमी में क्रिकेट खेलने का प्रशिक्षण दिलाना चाहता था लेकिन आर्थिक दिक्कतों की वजह से ऐसा संभव नहीं हो सका।’’
उन्होंने इरफान पठान, जम्मू कश्मीर क्रिकेट अकादमी के कप्तान परवेज रसूल के प्रति भी अभार जताया। जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अब्दुल समद को उनके आईपीएल पर्दापण पर बधाई दी। उल्लेखनीय है कि 2019 की नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने समद को 20 लाख रूपये में अनुबंधित किया था।