नई दिल्ली। ऑस्टेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कप्तान के तौर पर कभी भावनाओं में बहकर निर्णय नहीं लेते थे। पोंटिंग और धोनी दोनों ही कप्तानों ने अपनी टीमों को उनकी कप्तानी में विश्व विजेता बनाया है। धोनी ने भारत को अपनी कप्तानी में 2007 टी-20 विश्वकप और 2011 में एकदिवसीय विश्वकप का खिताब जिताया जबकि 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने जीती थी।
पोंटिंग और धोनी ने एक दूसरे के खिलाफ 26 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले हैं। इसके अलावा पोंटिंग पहले मुंबई इंडियंस और अब दिल्ली कैपिटल्स टीम के कोच हैं और धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने कोचिंग की है। पोंटिंग ने कहा - धोनी कप्तान के तौर पर कभी भावनाओं में बहकर निर्णय नहीं लेते थे जो एक अच्छे कप्तान की निशानी है और काबिले तारीफ है। लेकिन मैं चाहकर भी मैदान पर अपनी भावनाओं में नियंत्रण नहीं रख पाता था।
उन्होंने कहा - धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम आगे बढ़ी। उन्हें हमेशा लगता था कि वह अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में सफल होंगे। जब आपको पता है कि वह चीजों को नियंत्रण में कर सकते हैं तो टीम के साथी खिलाड़ी उनकी इस बात को पसंद करते हैं। पोंटिंग ने कहा - मैं अब भारत में काफी समय बिता चुका हूं तो मुझे पता है कि दुनिया के उस हिस्से में वह कितने सम्मानित हैं। जब आप दुनियाभर में यात्रा करते हैं तो देखते हैं कि क्रिकेट प्रशंसक धोनी के नेतृत्व और मैदान पर दबाव के बावजूद उनके शांत रहने की बात करते हैं।