मैनचेस्टर। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने खुलासा करते हुए कहा है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद जैविक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर उन पर सोशल मीडिया में नस्लभेदी टिप्पणी की गयी थी। आर्चर ने साउथम्प्टन टेस्ट के बाद जैविक सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया था जसिंके कारण उन्हें दूसरे टेस्ट से बाहर कर पांच दिनों तक होटल में अलग-थलग रखा गया था और इस दौरान उनका दो बार कोरोना टेस्ट किया गया। दोनों बार रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें तीसरे टेस्ट में खेलने की मंजूरी दी गयी थी।
आर्चर ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में इंस्टाग्राम पर मुझ पर नस्लभेदी टिप्पणी की गयी और मैंने फैसला किया है बस अब बहुत हुआ मैं इसे और बर्दाशत नहीं करुंगा। मैंने इसकी शिकायत इंग्लैंड एंड क्रिकेट बोर्ड से की है।’’ यह पहली बार नहीं है जब आर्चर पर इस तरह नस्लीय टिप्पणी की गयी हो और उन्होंने इसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की हो। इस साल मार्च में उन्होंने स्क्रीनशॉट साझा किया था और प्रशासन से दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे पर भी आर्चर के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी करने पर एक दर्शक को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैच देखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
आर्चर ने कहा, ‘‘हां, मैंने प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर गलती की लेकिन लोगों से गलतियां हो जाती है। मुझे पता है जो मैंने किया वो गलत है और मैं उसका खामियाजा भुगत चुका हूं। मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने अन्य खिलाड़यिों को खतरे में डाला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया और इसलिए टीम के खिलाड़यिों और विंडीज टीम तथा सीरीज में शामिल सभी लोगों से माफी मांगी। लेकिन मैंने कोई अपराध नहीं किया है।’’