नई दिल्ली। भारत चीन सीमा पर खूनी लड़ाई के बाद अब भारत में चाइनीज कंपनियों का बायकाट शुरू हो गया है, इसी कड़ी में भारतीय लोगों ने बीसीसीआई को भी निशाने पर ले लिया है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग का टाइटल स्पॉन्सरशिप है वीवो कंपनी जो एक चाइनीज कंपनी है। आईपीएल में वीवो कंपनी का टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए करार 5 साल तक के लिए था, जो वर्ष 2022 तक चलेगा। लेकिन लोगों के विरोध के बाद अब आईपीएल गवर्निंग कॉउंसिल मीटिंग में वीवो कंपनी से करार खत्म करने पर विचार किया जाएगा।
आईपीएल गवर्निंग कॉउंसिल की मीटिंग अगले हफ्ते होनी है, जिसमे वीवो कंपनी से करार खत्म करने को लेकर सभी विकल्प देखे जाएंगे। बीसीसीआई एक अमीर क्रिकेट बॉडी है, लेकिन इस समय कोरोना के कारण सभी बोर्ड्स की तरह बीसीसीआई को भी थोड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। इस वर्ष आईपीएल 2020 का आयोजन भी नहीं हो सका, लेकिन बीसीसीआई आईपीएल 2020 को लेकर भी सभी विकल्पों पर काम कर रहा है। क्योंकि आईपीएल 2020 नहीं होने से बोर्ड को बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।