नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व आलराउंडर इरफान पठान का कहना है कि ऐसे खिलाड़ियों को टी-20 सर्किट में फ्रीलांसर के रूप में खेलने की अनुमति दी जाए जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की होड़ से बाहर समझे जाते हैं। भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 खेलने वाले इरफान ने कहा, ‘‘यदि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 30 वर्ष और उससे अधिक की उम्र के खिलाड़ियों पर भारतीय टीम में जगह पाने के लिए विचार नहीं करता है तो उन्हें टी-20 सर्किट में फ्रीलांसर के रूप में खेलने की अनुमति दी जाए।’’
इस वर्ष जनवरी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 35 वर्षीय इरफान ने कहा, ‘‘ मेरा सुझाव है कि वे सभी खिलाड़ी जो 30 वर्ष से ज्यादा के हैं और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने की होड़ में शामिल नहीं हैं, बीसीसीआई को उन्हें विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देनी चाहिए।’’ इरफान से पहले भारत के बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा था कि जिन भारतीय खिलाड़ियों के पास बीसीसीआई का केंद्रीय अनुबंध नहीं है उन्हें विदेशी टी-20 लीग में खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
अभी तक भारतीय खिलाड़ियों को किसी भी विदेशी टी-20 लीग में खेलने के लिए बीसीसीआई अनुमति नहीं देता है जबकि अधिकतर अन्य देशों के खिलाड़ियों के पास ऐसी कई लीग में खेलने का विकल्प होता है। इरफान ने कहा, ‘‘इस मामले में अलग-अलग देशों में अलग-अलग सोच है। माइकल हसी ने 29 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण किया था जबकि कोई भारतीय खिलाड़ी 30 की उम्र में पदार्पण के बारे में नहीं सोच सकता है।
मुझे लगता है कि जब तक आप फिट हैं आपको अपने देश की तरफ से खेलने के लिए उपलब्ध रहना चाहिए।’’ बाएं हाथ के बेहतरीन आलराउंडर और शानदार बल्लेबाज इरफान ने अपना आखिरी टेस्ट 2008 में, आखिरी वनडे 2012 में और आखिरी टी-20 भी 2012 में खेला था। उसके बाद उन पर भारतीय टीम के लिए विचार नहीं किया गया जबकि उस समय उनकी उम्र 28 साल ही थी।