मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के खेल मंत्री रिचर्ड कॉलबैक का मानना है कि अक्टूबर-नवम्बर में उनके देश की मेजबानी में होने वाले टी-20 विश्व कप में टीमें नहीं दर्शक बड़ा मुद्दा रहेंगे। ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के भविष्य पर कोरोना वायरस के खतरे के बादल मंडरा रहे हैं और अभी कुछ नहीं कहा जा सकता कि इस टूर्नामेंट का आयोजन हो पायेगा या नहीं। कोरोना के कारण दुनिया भर में क्रिकेट सहित सभी खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई हैं।
ऑस्ट्रेलिया के सामने अपने क्रिकेट कैलेंडर में दो सबसे बड़ी चिंताएं टी-20 विश्व कप और उसके बाद भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा है। यदि इसी कारणवश भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा रद्द हो जाता है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) को 19 करोड़ 20 लाख डॉलर का भारी भरकम नुकसान होगा। लेकिन अब यह सम्भावना है कि टी-20 विश्व कप हो सकता है। आईसीसी ने हाल की एक बैठक में कहा था कि 16 टीमों के इस टूर्नामेंट की तैयारियां जारी हैं।
लेकिन विश्व कप के भाग्य पर अंतिम फैसला अगस्त में ही हो पायेगा। सीए और सरकार के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर बातचीत जारी है। ऑस्ट्रेलिया के खेल मंत्री कॉलबैक का मानना है कि हल निकाला जा एकता है और यह देखना होगा कि विश्व कप को दर्शकों के बिना कराया जा सकता है या नहीं। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन का कहना है कि यदि ऐसा होता है और दर्शकों के बिना खेलना पड़ता है तो ऐसे मैच होने से खिलाड़ी इसके अभ्यस्त हो जाएंगे और उन्हें नहीं लगता कि इससे खेल का मजा निकल जाएगा।