नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण इस समय भारत में ही नहीं बल्कि सभी देशों में क्रिकेट पर बैन लगा हुआ है। द्विपक्षीय सीरीज से लेकर आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट भी स्थगित किए जा चुके हैं। जहां एक ओर सभी खिलाड़ी इससे निराश हैं, वहीं एक ऐसा भारतीय गेंदबाज भी है जिसके लिए यह समय वरदान की तरह साबित हुआ है। तेज गेंदबाज दीपक चाहर की, जो चोट के चलते लंबे समय से क्रिकेट से दूर हैं। अगर टूर्नामेंट स्थगित नहीं होता तो पिछले कुछ महीनों से चोट से जूझ रहे दीपक को नुकसान उठाना पड़ता। चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलने वाला यह गेंदबाज फिट नहीं होने के चलते आईपीएल के शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाता।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कोरोना वायरस महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग के लिए स्थागित कर चुका है। पहले यह टूर्नामेंट 29 मार्च से शुरू होना था। दीपक पिछले साल दिसंबर से क्रिकेट मैदान से दूर हैं। उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में लोअर बैक में स्ट्रेस फ्रैक्चर हो गया था जिसके बाद उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शुरू में माना गया कि वह जल्द टीम में लौट आएंगे लेकिन उन्हें ठीक होने में लंबा समय लग गया। दीपक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज नहीं खेल पाए और वह न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी उपलब्ध नहीं थे। वह इन दिनों रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं। दीपक का कहना है कि अगर आईपीएल 2020 समय पर शुरू हो जाता तो वह शुरुआती कुछ मैचों में खेलने से चूक जाते थे।
दीपक ने कहा, 'व्यक्तिगत स्तर पर यह मुझे ट्रैक पर वापस आने के लिए अतिरिक्त समय देगा। अगर आईपीएल समय पर शुरू होता तो संभावना थी कि मैं कुछ शुरुआती मैचों से चूक जाता।' तेज गेंदबाज ने यह भी खुलासा किया कि बीसीसीआई ने कोरोनो वायरस के कारण कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी को बंद कर दिया है। इसके बाद ही उन्होंने घर वापस लौटने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि हालांकि वह बुनियादी जिम उपकरण की मदद से अपनी ट्रेंनिंग जारी रखेंगे। आईपीएल 2020 के आयोजन को लेकर संदेह के बादल गहराते जा रहे हैं।
ऐसे में इसके भविष्य के बारे में बीसीसीआई बड़ा फैसला टीम मालिकों के साथ बैठक में कर सकता है। एएनआई के साथ बीसीसीआई के सूत्र ने बात करते हुए बताया, बीसीसीआई और आईपीएल टीमों के मालिकों के बीच मंगलवार को बैठक होनी है। जिसमें अब तक के हालात का जायजा लिया जाएगा और आईपीएल के आयोजन के बारे में चर्चा होगी।' आईपीएल की तारीखों को बढ़ाने के ऐलान के बाद कहा गया था कि हर सप्ताह स्थितियों की समीक्षा की जाएगी। ऐसे में एक सप्ताह का समय बीत चुका है और स्थितियां पहले से ज्यादा गंभीर हो गई हैं।