मुंबई। टीम इंडिया के टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने पहली बार कहा है कि उनकी बल्लेबाजी के अंदाज से टीम मैनेजमेंट यानी कप्तान विराट कोहली या कोच रवि शास्त्री को कोई परेशानी नहीं है। हाल ही में ये मुद्दा तब भी उठा था जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में बंगाल के खिलाफ 237 गेंद पर 66 रन बनाए थे। पुजारा ने कहा, "इस मुद्दे पर मीडिया में अलग ही चर्चा होती रहती है लेकिन मुझे टीम मैनजमेंट की तरफ से पूरी 'बैकिंग' है। उन्होंने ये भी कहा कि उनके ऊपर कोच, कप्तान या किसी की भी तरफ से कोई दबाव नहीं होता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "मैं ये साफ करना चाहता हूं कि जैसे ही स्ट्राइक रेट की बात आती है तो लोग टीम मैनेजमेंट के रवैये की बात करने लगते हैं, लेकिन मेरे ऊपर इस बात को लेकर कोई दबाव नहीं है। टीम मैनेजमेंट मेरे खेल के तरीके और उसकी उपयोगिता को समझता है।
चेतेश्वर पुजारा ने वेलिंग्टन टेस्ट की पहली पारी में 42 गेंद पर 11 रन बनाए। दूसरी पारी में तो पुजारा और सुस्ती से खेले थे। उन्होंने 81 गेंद पर सिर्फ़ 11 रन बनाए थे। इसके बाद अगले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 140 गेंद पर 54 रन और दूसरी पारी में 88 गेंद पर 24 रन बनाए थे। अगर किसी टेस्ट मैच में तीन- साढ़े तीन सेशन का खेल बाकी हो और ड्रॉ के लिए क्रीज पर समय बिताना हो तो भी बल्लेबाजी का ये अंदाज और रणनीति समझ आती है, लेकिन अगर टेस्ट मैच में दो दिन से ज्यादा का समय बचा हो तो फिर हर गेंद को सुरक्षात्मक तरीके से नहीं खेला जा सकता है। आदर्श स्थिति में बल्लेबाज को रन बनाने होंगे वरना बल्लेबाज कोई भी हो उस पर सवाल उठेंगे। जो चेतेश्वर पुजारा के साथ हो रहा था।